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why car catches fire: How to Prevent or Avoid Car Fires these tips will help:Car catched fire in Noida know Factors Contributing to Car Fires: Car fire incident on Delhi Meerut Expressway Warning Signs That Your Car is On Fire: सड़क पर आग का गोला क्यों बन रही कारें, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस पर दो जिंदा जले, अब Noida में यह सीन


Car fire incidents: चलती कार में आग लगना कोई ताज्‍जुब की बात नहीं है। शुक्रवार को नोएडा में भी यह देखने को मिला। एनसीआर के सेक्टर 37 में बोटैनिकल गार्डन के पास एक वरना (Verna) कार आग के गोले में तब्‍दील हो गई। इसमें सवार एक महिला सहित 3 लोगों ने कूदकर जान बचा ली। हालांकि, इस तरह के मामलों में किस्‍मत हमेशा साथ दे जरूरी नहीं है। बुधवार की ही बात है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi Meerut Expressway) पर मेरठ से दिल्ली की तरफ जा रही एक मारुति वैन अचानक ही अनियंत्रित होकर पलट गई थी। गाड़ी पलटते ही उसमें आग लग गई थी। इसमें एक महिला और एक पुरुष की गाड़ी में फंसे रह जाने से दर्दनाक मौत हो गई थी। सवाल उठता है कि कारों में आग क्‍यों लगती है? क्‍या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है? आइए, यहां इन सवालों के जवाब जानते हैं।

नोएडा वाली घटना में क्‍या हुआ था?
नोएडा सेक्टर 37 में शुक्रवार को बोटैनिकल गार्डन के पास एक वरना कार में अचानक आग लग गई। इसमें एक महिला सहित 3 लोग सवार थे। कार में आग लगने पर जैसे-तैसे उन्‍होंने कूदकर अपनी जान बचाई। आग लगने की वजह का पता लगाया जा रहा है।

दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर अनियंत्रित होकर पलटी मारुति वैन, दुर्घटना के बाद कार में लगी आग, दो की जलकर हुई मौत

दो दिन पहले कार में जिंदा जलकर हुई दो लोगों की मौत
नोएडा की घटना दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर हुए दर्दनाक हादसे के सिर्फ दो दिन बाद सामने आई है। बुधवार को मेरठ से दिल्ली की तरफ जा रही एक मारुति वैन अचानक ही अनियंत्रित होकर पलट गई थी। गाड़ी के पलटते ही उसमें आग लग गई थी। आग बुझाने के लिए कोई मदद पहुंचने से पहले ही कार जलकर खाक हो चुकी थी। इस हादसे में दो लोग जिंदा जल गए थे।

किन कारणों से लग सकती है कार में आग?
कार एक तरह की मशीन है। इसे बनाने में तमाम तरह के कंपोनेंट का इस्‍तेमाल होता है। कार में आग कई कारणों से लग सकती है। आइए, यहां उन कारणों को जानते हैं।

– मेकेनिकल कंपोनेंट का खराब होना: कार में कई तरह के मेकेनिकल कंपोनेंट होते हैं। इनमें घर्षण यानी फ्रिक्‍शन से हीट पैदा होती है। अगर यह हीट एक हद से ज्‍यादा पार कर जाए तो आग लगने का डर होता है।

– इलेक्ट्रिक कंपोनेंट में गड़बड़ी: कार में तमाम इलेक्‍ट्रानिक कंपोनेंट होते हैं। इनमें लाइट, इलेक्‍ट्रॉनिक फ्यूल इंजेक्‍शन सिस्‍टम, बैटरी इत्‍यादि शामिल हैं। इन इलेक्‍ट्रॉनिक कंपोनेंट में गड़बड़ी आग लगने का कारण बन सकती है।

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– गड़बड़ वायरिंग: गड़बड़ या लूज वायरिंग से शॉर्ट सर्क‍िट होने का खतरा रहता है। यह गाड़ी में आग लगने का कारण बन सकता है। खुले हुए तारों में स्‍पार्किंग का खतरा ज्‍यादा होता है। इस स्‍पार्किंग से भी आग लग सकती है।

– फ्लुइड लीकेज: कूलेंट, ट्रांसमिशन फ्लुइड, पावर स्‍टीयरिंग फ्लुइड वगैरह जैसे फ्लुइड का लीकेज कार में आग लगने का कारण बन सकता है। कार को सड़क पर निकालते वक्‍त किसी तरह के लीकेज को जरूरत जांच लेना चाहिए।

– ऑयल छलकना: इंजन ऑयल बदलते वक्‍त इस बात का खास ख्‍याल रखना चाहिए कि वो बाहर छलका हुआ नहीं हो। अगर ऐसा हुआ हो तो उसे अच्‍छी तरह से पोछ लेना चाहिए। इंजन का तापमान बढ़ने पर बाहर छलका हुआ ऑयल आग पकड़ सकता है।

कार में आग न लगे इसके लिए आप क्‍या कर सकते हैं?
पहला, नियमित समय पर गाड़ी की सर्विसिंग करानी चाहिए। दूसरा, फ्यूल लाइन्‍स को अच्‍छी तरह से देखना चाहिए कि कहीं उनमें किसी तरह की टूटफूट तो नहीं है। तीसरा, हमेशा अपनी कार के लिए फायर एक्‍सटिंग्‍व‍िशर रखें। यह ड्राइवर सीट के पास होना चाहिए। चौथा, कार के अंदर स्‍मोकिंग बिल्‍कुल नहीं करें। कुछ जलने जैसा महके तो तुरंत इंजन बंद कर दें। पांचवां, ब्रेक के बोनट से धुआं देखें तो तुरंत कार बंद कर दें। छठा, कार में ईंधन भरवाते वक्‍त इंजन को स्विच ऑफ रखें। सातवां, गर्मियों में कार को हमेशा किसी छांव वाली जगह पर पार्क करें। आठवां, सब-स्‍टैंडर्ड एक्‍सेसरीज का इस्‍तेमाल नहीं करें।



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By admin