2013 से 2015 तक मुर्मू बीजेपी की एस.टी. मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहीं। 2010 में उन्होंने मयूरभंज (पश्चिम) से बीजेपी की जिला अध्यक्ष की कमान संभाली। उन्हें 2007 में सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए ‘नीलकंठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। 2006-2009 के बीच वह बीजेपी की एस.टी. मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं। 2004-2009 के बीच मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर से विधानसभा सदस्य थीं। 2002-2009 के बीच मुर्मू ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के तौर पर एस.टी. मोर्चा की जिम्मेदारी संभाली। 2000-2004 के बीच वह ओडिशा सरकार में परिवहन और वाणिज्य विभाग की मंत्री रही हैं। 2002-2004 के बीच उन्होंने ओडिशा सरकर के पशुपालन विभाग की जिम्मेदारी संभाली। 1997 में वह पार्षद बनीं और रायरंगपुर की वाइस-चेयरपर्सन नियुक्त की गईं।
द्रौपदी मुर्मू को NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘मुझे विश्वास है कि वह एक महान राष्ट्रपति होंगी।’ पीएम ने लिखा, द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा में समर्पित किया है। उन्होंने गरीबों, दलितों के साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए अपनी ताकत झोंक दी। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। विश्वास है कि वह देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। लाखों लोग, विशेष रूप से जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, वो मुर्मू के जीवन से बड़ी शक्ति प्राप्त करते हैं। नीतिगत मामलों की उनकी समझ और दयालु स्वभाव से देश को बहुत लाभ होगा।