यह सड़क हादसा थोइस से लगभग 25 किमी दूर हुआ। शुक्रवार को 26 जवानों का एक दल परतापुर के ट्रांजिट कैंप से सब सेक्टर हनीफ के फॉर्वर्ड लोकेशन की ओर बढ़ रहा था। सुबह लगभग 9 बजे वाहन सड़क से फिसल गया और श्योक नदी में गिर गया। सड़क से नदी की गहराई लगभग 50-60 फीट तक है। इसके चलते वाहन में सवार सभी जवानों को गंभीर चोटें आईं। इनमें से सात ने दम तोड़ दिया। इन सभी 26 जवानों को परतापुर के 403 फील्ड अस्पताल में पहुंचाया गया। लेह से सर्जिकल टीमों को परतापुर भेजा गया है। अभी पूरा फोकस इस पर है कि सभी घायल जवानों को अच्छे से अच्छा इलाज दिया सके। भारतीय सेना के एक सूत्र ने बताया कि तुरतुक दुर्घटना में घायल सभी 19 सैनिकों को एयरलिफ्ट करके वेस्टर्न कमांड के चंडी मंदिर कमांड अस्पताल पहुंचाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सहित तमाम राजनीतिक हस्तियों ने इस दुर्घटना पर शोक जाहिर किया है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। पीएम ने एक ट्वीट में कहा, ‘लद्दाख में हुई बस दुर्घटना से काफी दुखी हूं, जिसमें हमने अपने बहादुर सैनिकों को खो दिया है। मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे आशा है कि घायल लोग जल्द स्वस्थ हो जाएंगे। प्रभावितों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।’
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘लद्दाख में सेना की एक बस के खाई में गिरने से हुई दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। हादसे में हमने अपने जिन वीर जवानों को खोया है मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना जताता हूं। घायलों को त्वरित उपचार के लिए ले जाया गया है, ईश्वर से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।’