Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>
upsc result 2021: After studying from government school, Shreya cleared IAS exam without coaching: सरकारी स्कूल से पढ़ कर श्रेया ने बिना कोचिंग क्लियर किया आईएएस का एक्जाम


नई दिल्ली: सुनने में यह किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं लगता है। मध्य प्रदेश के पिछड़े से जिले सिंगरौली के सरकारी स्कूल से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई। फिर सीधे देश के अति प्रतिष्ठित आईआईटी कानपुर (IIT, Kanpur) से ग्रेजुएशन और प्रोस्ट ग्रेजुएशन। उसके बाद यूपीएससी की सिविल सेवा (UPSC Civil Services Exam) की तैयारी। यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा के पहले प्रयास में पीटी भी नहीं निकला। और, दूसरे प्रयास में सीधे आईएएस (Indian Administrative service)। जी हां, हम आपको बता रहे हैं मध्य प्रदेश के अनूपपुर की रहने वाली श्रेयाश्री (Shreya Shree) के बारे में। उन्होंने बिना कोई कोचिंग के ही दूसरे प्रयास में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 71वां स्थान हासिल किया। उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा मिलना तय है।

माता-पिता से मिली प्रेरणा
आईआईटी कानपुर से पढ़ाई करने के बाद तो सीधे विदेश में नौकरी का दरवाजा खुलता है। लेकिन यूपीएससी सिविल सेवा में आने का कैसे संयोग हुआ, इस सवाल पर श्रेयाश्री बताती हैं कि उनके पिताजी, दिनेश चौधरी पहले भारतीय वायु सेना में नौकरी करते थे। वहां 20 साल की नौकरी के बाद रिटायर हुए और फिर तत्कालीन इलाहाबाद बैंक अब इंडियन बैंक में क्लर्क कम कैशियर की नौकरी कर ली। पिता की एयर फोर्स की नौकरी के दौरान ही श्रेया को देश सेवा की प्रेरणा मिली। फिर उनकी मां संगीता चौधरी ने भी उन्हें कहीं दूसरी जगह नौकरी करने से पहले आईएएस की परीक्षा देने को प्रेरित किया।

कोचिंग नहीं, सेल्फ स्टडी से मिली सफलता
श्रेयाश्री के पिता यूं तो बैंक में नौकरी करते हैं। अच्छा वेतन मिलता है। लेकिन इतनी भी आमदनी नहीं है कि परिवार का पालन पोषण करते हुए बेटी को लाखों रुपये की कोचिंग दिल्ली जैसे शहर में दिलवा सकें। इस स्थिति को जानते हुए श्रेया ने सेल्फ स्टडी को ही सहारा बनाया। वहीं अनूपपुर में ही तैयारी करती रही। लेकिन, पहले प्रयास में उसका पीटी भी क्लियर नहीं हुआ। इससे घबराये बिना दूसरी बार फिर से सिविल सेवा परीक्षा में फार्म भरा। इस बार पीटी भी निकला, मेंस एक्जाम भी क्लियर हुआ और इंटरव्यू में भी अपना परचम लहराया। आज जब परिणाम निकला तो उसका रैंक पूरे देश में 71वां था।

आईएएस मिलना तय है
इस साल कुल 180 सफल अभ्यर्थियों को आईएएस बनाया जाएगा। इनमें से जनरल कैटेगरी से 72 अभ्यर्थी आईएएस बनेंगे। श्रेया बताती हैं कि उनका रैंक 71वां है। तो उनका आईएएस बनना तय है। वह बताती हैं कि उनके पिताजी बराबर कहते थे कि तैयारी करो तो सिर्फ आईएएस बनने के लिए। उसी को ध्येय बना कर उसने तैयारी की और आज यह सफलता मिली।

इस साल 685 उम्मीदवारों ने किया क्वालीफाई
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणाम में कुल 685 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है। इनमें 508 पुरुषों और 177 महिलाओं ने क्वालीफाई किया है। आयोग ने विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए उनके नामों की सिफारिश भी कर दी है।

शुरूआती तीन स्थानों पर महिला
यूपीएससी द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणामों में श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने परीक्षा में क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है।



Source link

By admin