Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>


नई दिल्ली
अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्‍ता से बाहर करने की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस सहित 19 विपक्षी दल शुक्रवार को एक मंच पर जुटे। इसकी अगुवाई की कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने। उन्‍हीं की पहल पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये तमाम विपक्षी पार्टियों के नेता इसमें शामिल हुए। इस दौरान गांधी ने दो-टूक कहा कि मिलकर काम करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।

सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। कहा कि देश के संवैधानिक प्रावधानों और स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों में विश्वास रखने वाली सरकार के गठन के लिए विपक्ष की पार्टियों को अपनी विवशताओं से ऊपर उठना होगा। इस समय विपक्षी दलों की एकजुटता राष्ट्रहित की मांग है । कांग्रेस अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखेगी।

सोनिया ने कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों के नेताओं की डिजिटल बैठक में संसद के हालिया मॉनसून सत्र के दौरान दिखी विपक्षी एकजुटता का उल्लेख किया। बोलीं, ‘मुझे भरोसा है कि यह विपक्षी एकजुटता संसद के आगे के सत्रों में भी बनी रहेगी। लेकिन, व्यापक राजनीतिक लड़ाई संसद से बाहर लड़ी जानी है।’

सोनिया गांधी की अपील… सरकार मौलिक अधिकारों और संविधान को कुचल रही, चुप रहना पाप

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘निश्चित तौर पर (हमारा) लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है। हमें देश को एक ऐसी सरकार देने के उद्देश्य के साथ व्यवस्थिति ढंग से योजना बनाने की शुरुआत करनी है जो स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और संविधान के सिद्धांतों और प्रावधानों में विश्वास करती हो।’

उन्होंने विपक्षी दलों से अपील करते हुए कहा, ‘यह एक चुनौती है, लेकिन हम साथ मिलकर इससे पार पा सकते हैं और अवश्य पाएंगे। कारण है कि मिलकर काम करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हम सभी की अपनी मजबूरियां हैं, लेकिन अब समय आ गया है जब राष्ट्र हित यह मांग करता है कि हम इन विवशताओं से ऊपर उठें।’

Rajiv Gandhi: बहादुर लोग कभी मरा नहीं करते… पिता राजीव गांधी की जयंती पर बचपन की तस्वीर लगा प्रियंका गांधी का भावुक पोस्ट
सोनिया गांधी बोलीं, ‘देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ अपने व्यक्तिगत और सामूहिक संकल्प पर फिर जोर देने का सबसे उचित अवसर है। मैं यह कहूंगी कि कांग्रेस की तरफ से कोई कमी नहीं रहेगी।’

कौन-कौन हुआ शामिल?
इस बैठक में ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन शरद पवार, शरद यादव, सीताराम येचुरी, फारूक अब्दुल्ला सहित विपक्ष के कई दिग्‍गज नेता मौजूद रहे। कांग्रेस से सोनिया के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए।

क्‍या बोले शरद पवार?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने भी विपक्षी दलों का आह्वान किया कि देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए सभी को साथ मिलकर काम करना चाहिए। शरद पवार ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सोनिया गांधी जी की पहल पर आज समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक संपन्न हुई। वर्चुअल रूप से आयोजित की गई इस बैठक में सम्मिलित होकर अपने विचार व्यक्त किए।’

उन्होंने कहा, ‘वर्तमान सरकार इन सभी मुद्दों को हल करने में विफल रही है। जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं, जो लोग हमारे देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें एक साथ आना चाहिए, ऐसा मेरा आह्वान है।’

पवार ने कहा, ‘एक समयबद्ध कार्यक्रम को सामूहिक रूप से शुरू करने की आवश्यकता है। मैं ये सुझाव देता हूं कि इन सभी मुद्दों से एक साथ निपटने के बजाय हमें प्राथमिकता तय करके सामूहिक रूप से इन मुद्दों को सुलझाने के लिए और अपने देश को एक अच्छा वर्तमान और भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए।’

collage one



Source link

By admin