हिमाचल प्रदेश के बीजेपी नेता के मुताबिक प्रधानमंत्री यहां केंद्र सरकार की अलग अलग स्कीम के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे। चुनाव से पहले इस रैली से कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा। हिमाचल प्रदेश में इस वक्त बीजेपी की सरकार है और हिमाचल में यह ट्रेंड रहा है कि हर चुनाव में सरकार बदलती है। बीजेपी के सामने इस ट्रेंड को तोड़ने की चुनौती है और सत्ता वापसी के लिए बीजेपी हर संभव कोशिश में जुटी है। चर्चाएं चल रही हैं कि प्रधानमंत्री मोदी शिमला रैली से कुछ बड़े ऐलान कर सकते हैं, लेकिन वह ऐलान क्या होंगे, इसे लेकर बीजेपी नेता खामोश हैं। सत्ता के गलियारों में यह भी चर्चा है कि इसी महीने केंद्र सरकार आर्म्ड फोर्सेस यानी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जवानों के रिक्रूटमेंट की नई स्कीम टूर ऑफ ड्यूटी (TOD) का ऐलान कर सकती है। इसके तहत जवान चार साल के लिए सेना में भर्ती होंगे। सेना में पिछले दो साल से सैनिकों की भर्ती नहीं हो पाई है। इसे लेकर भर्ती की तैयारी कर रहे युवा लगातार सवाल भी उठा रहे हैं और विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
टूर ऑफ ड्यूटी को लेकरल हो सकता है एलान
कुछ महीने पहले हुए यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी रक्षा मंत्री की चुनावी रैलियों में युवाओं ने भर्ती का सवाल उठाया था। सरकार की तरफ से संसद को बताया गया कि कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से सेना की भर्ती रैली नहीं हो पाई। अब सरकार टीओडी स्कीम लेकर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक इसकी रुपरेखा फाइनल हो गई है और कभी भी इसका ऐलान हो सकता है। यह भी चर्चा चल रही है कि क्या प्रधानमंत्री शिमला की रैली से इसका ऐलान कर सकते हैं? हिमाचल प्रदेश से बड़ी संख्या में सेना में जवान जाते हैं। यहां के ढेरों युवा सेना में भर्ती की तैयारी भी कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में करीब 1 लाख 30 हजार पूर्व सैनिक हैं। राज्य से सेना में कार्यरत करीब 1 लाख 25 हजार लोग हैं। हालांकि इस बारे में पूछने पर बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पीएम क्या कुछ ऐलान करेंगे इसकी कोई जानकारी नहीं है लेकिन बीजेपी राष्ट्रवादी पार्टी है और सैनिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।