मोदी का था ड्रीम स्कूल
बलाचडी में जुलाई 1961 में बने सैनिक स्कूल (Sainik School in Balachadi in Jamnagar) में कभी पीएम मोदी (PM Narendra Modi) पढ़ना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने तब स्कूल में प्रवेश के लिए 2 रुपये का परीक्षा शुल्क भी भरा था। तब पीएम मोदी की उम्र महज 14 साल थी, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण पीएम मोदी तब गरीबी के चलते इस स्कूल में नहीं पढ़ पाए थे। उनके पिता ने तब कहा था कि हमारे पास इतने पैसे नहीं है, कि वे जामनगर भेज सकें। पिता ने कहा कि स्थानीय स्कूल में पढ़ाई पूरी करो। इसके बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का सपना टूट गया। वे वडनगर में पढ़ाई करते और पिता के साथ चाय बेचने में मदद करने लगे।
CM बनकर पहुंचे मोदी
40 साल बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बतौर मुख्यमंत्री बलाचडी के इस स्कूल में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे थे। वह स्कूल के एनुअल फेस्ट का मौका था। जिसमें उन्हें संबोधन के साथ मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करना था। बलाचडी में सैनिक स्कूल (Sainik School in Balachadi ) में वरिष्ठ अध्यापक और पीजीटी के एचओडी आर के सुवगिया ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन के साथ बातचीत में कहा कि तब मैं काफी युवा था, जब
नरेंद्र मोदी चीफ गेस्ट बनकर आए थे। हमारे लिए गौरव के क्षण थे और आज भी हमारे लिए गर्व की बात है कि जब वे दिवाली मनाने के लिए कारगिल पहुंचे तो स्कूल से पासआउट स्टूडेंट अमित कुमार से उनकी मुलाकात हुई। सुवगिया कहते हैं अमित कुमार मेधावी छात्र थे, वे डिबेट और क्विज कंपटीशन में खूब भाग लेते थे। इतना ही नहीं जब नरेंद्र मोदी ने उन्हें सम्मानित किया था तब से स्कूल के गरुड़ हाउस के कैप्टन भी थे। जामनगर स्थित यह स्कूल (Sainik School in Balachadi ) के आसपास गोल्डन बालू का इलाका है। इसे नेशनल डिफेंस एकेडमी में जाने का गेटवे माना जाता है।