नई दिल्ली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि वह इस बात को लेकर व्यथित हैं कि कई लोगों ने पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित समिति का हिस्सा बनने से ‘विनम्रतापूर्वक’ इनकार कर दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं इस बात से व्यथित हूं कि कई लोगों से जब पेगासस मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश पर बनी समिति का हिस्सा बनने के लिए आग्रह किया गया तो उन्होंने विनम्रतापूर्वक इनकार कर दिया।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि वह इस बात को लेकर व्यथित हैं कि कई लोगों ने पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित समिति का हिस्सा बनने से ‘विनम्रतापूर्वक’ इनकार कर दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं इस बात से व्यथित हूं कि कई लोगों से जब पेगासस मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश पर बनी समिति का हिस्सा बनने के लिए आग्रह किया गया तो उन्होंने विनम्रतापूर्वक इनकार कर दिया।’
दरअसल, उच्चतम न्यायालय ने इजरायली स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के जरिए भारत में कुछ लोगों की कथित जासूसी किए जाने के आरोपों की जांच के लिए बुधवार को विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया। शीर्ष अदालत ने कहा कि हर नागरिक को निजता के उल्लघंन से सुरक्षा प्रदान करना जरूरी है और ‘सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा’ की दुहाई देने मात्र से न्यायालय ‘मूक दर्शक’ बना नहीं रह सकता।