मुंबई में दाऊद के गुर्गे सलीम फ्रूट की हो चुकी है गिरफ्तारी

एनआईए टेरर फंडिंग के एंगल से दाऊद से जुड़े केस की जांच कर रही है। उसने गत फरवरी में नई दिल्ली में एफआईआर भी दर्ज की थी। वह इस केस में तीन आरोपितों आरिफ शेख, शब्बीर शेख और सलीम फ्रूट को गिरफ्तार कर चुकी है। एनआईए का दावा है कि हसीना पारकर की मौत और इकबाल कासकर की गिरफ्तारी के बाद दाऊद का मुंबई का पूरा कारोबार सलीम फ्रूट ही देख रहा था। एनआईए ने पिछले महीने मुंबई की एक कोर्ट में सलीम की रिमांड के दौरान दावा किया था कि वह दाऊद के नाम पर मुंबई में लोगों को धमकी दे रहा था और वसूली कर रहा था। वह संपत्ति हड़पने और गोल्ड और अन्य कीमती सामानों की तस्करी में शामिल है। सारी रकम हवाला के जरिए दाऊद तक पहुंचाई जा रही थी।
NIA ने जारी की नई तस्वीरें…

शक यह भी जताया जा रहा है कि दाऊद व डी कंपनी के अन्य सरगनाओं को आईएसआई ने पाकिस्तान से बाहर शिफ्ट कर दिया है। इसलिए एनआईए को लगता है कि शायद इनाम की घोषणा के बाद कोई इनके ठिकानों से जुड़े इनपुट्स भारतीय जांच एजेंसियों को दे और फिर इंटरपोल की मदद से इन तक पहुंचा जा सके। इसके लिए NIA ने दाऊद के गुर्गों की नई तस्वीरें जारी की हैं। ऊपर की तस्वीर में बाईं ओर अब की और दाईं ओर पहले की तस्वीर में देखें कैसे दिखते हैं दाऊद के गुर्गे अब।
संयुक्त राष्ट्र ने भी रखा है इनाम

दाऊद के खिलाफ सीबीआई ने कई बार रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए हैं। 1993 के केस में वह वॉन्टेड है, जिसकी जांच सीबीआई ही कर रही है। लेकिन एनआईए ने दाऊद व उसके साथियों को पकड़ने के लिए पहली बार इनाम घोषित किया है और उनकी नई फोटो सार्वजनिक की हैं। वैसे, करीब दो दशक पहले यूनाइटेड नेशन सिक्युरिटी काउंसिल ने भी दाऊद पर ढाई करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया था। उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया जा चुका है। उसी दौरान भारत सरकार ने पूरी दुनिया को दाऊद के पाकिस्तान में करीब एक दर्जन अड्रेस बताए थे। इनमें से कई पते कराची, इस्लामाबाद और रावलपिंडी के थे।