बीजेपी के एक नेता ने कहा कि यह अनौपचारिक मीटिंग है और इसमें कोई एक एजेंडा नहीं है। लेकिन मीटिंग में अनुसूचित जाति मोर्चा के कामों पर बात होगी। मोर्चा ने चुनावी राज्यों में ऐसे पोलिंग बूथों की पहचान भी की है जिसमें अनुसूचित जाति के 100 से ज्यादा वोटर हैं। बीजेपी की बूथ कमिटी के अलावा अनुसूचित जाति मोर्चा की टीम इन बूथों पर खास फोकस करेगी।
इस साल के अंत में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं। हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति के लोगों की आबादी करीब 25 पर्सेंट है और गुजरात में करीब 8 पर्सेंट। फिर अगले साल कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होने हैं। कर्नाटक में करीब 19 पर्सेंट अनुसूचित जाति के वोटर हैं। यहां चुनावी समर में ये जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं। कर्नाटक में अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग की तादात सबसे ज्यादा है। ये कुल आबादी का 32 पर्सेंट हैं। इसी तरह राजस्थान में अनुसूचित जाति की आबादी करीब 18 पर्सेंट है।