यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे लता दीदी से हमेशा बहुत स्नेह मिला। मैं उनके साथ की गई बातों को हमेशा याद रखूंगा। मैं और देशवासी लता दीदी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। मैंने उनके परिवार से बात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ओम शांति।’ लता दीदी ने अपने गीतों के जरिए विभिन्न भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने दशकों से भारतीय फिल्म जगत में आए बदलावों को नजदीक से देखा। फिल्मों से परे, वह भारत के विकास के लिए हमेशा उत्साही रहीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र के लोग उनके प्रति स्नेह व्यक्त कर रहे हैं और यह उनके व्यक्तित्व की महानता को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘लता दीदी जैसी आत्माएं एक आशीर्वाद हैं, जो मानवता को सदियों में एक बार मिलती है। भारत के संगीत को उन्होंने जो आवाज दी, उसके कारण दुनिया को भारत को देखने का एक नया दृष्टिकोण मिला। आप दुनिया में जहां भी जाएंगे, आपको निश्चित रूप से हर पीढ़ी में भारत रत्न लता जी के प्रशंसक मिलेंगे।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘वह भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन आवाज और स्नेह के रूप में वह हमेशा हमारे बीच मौजूद रहेंगी। उनकी मधुर आवाज हमेशा हमारे साथ रहेगी, मैं भारी मन से लता जी को श्रद्धांजलि देता हूं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज मैं मथुरा, बुलंदशहर और आगरा के लोगों से बात कर रहा हूं क्योंकि आपने तैयारी की है और मेरा इंतजार कर रहे हैं। लोकतंत्र में यह भी एक जिम्मेदारी है, जो लता दीदी मुझसे अपेक्षा रखती थीं।’