उसी पेड़ पर गरुड़ ने दिए थे अंडे
दिलचस्प बात है कि एक गरुड़ ने उसी पेड़ पर बने घोसले में अंडे दिए थे। तेंदुए को देख गरुड़ ने उस पर हमला कर दिया। उसने बिग कैट को काटने की कोशिश की। तेंदुआ परेशान हुआ और नीचे अधिकारियों को लगा कि शायद अब वह उतर आए। शेख बताते हैं कि आसपास कई घर हैं। ऐसे में यह संभावना थी कि तेंदुए के नीचे आने के बाद इंसानों से उसका संघर्ष हो सकता है। पेड़ के चारों ओर आवारा कुत्ते मौजूद थे और लगातार भौंक रहे थे। यह भी अलग मसला था।
बुझाई गई लाइट और…
आखिरकार अधिकारियों ने ‘गांधीगीरी’ का रास्ता अपनाया। उन्होंने सोचा कि रात में घूमने वाला यह जानवर अंधेरा होने पर शायद अपने आप नीचे आ जाए क्योंकि तब तक शोरगुल काफी कम हो चुका रहेगा। लोग भी अपने घर चले गए होंगे। इसके लिए प्लान तैयार किया गया और स्ट्रीट लाइट बंद कर दी गई। कुत्तों को भी भगा दिया गया। पेड़ के पास ही वन विभाग और रेंजर्स ने डेरा डाल दिया लेकिन वे खामोश रहे और धैर्य के साथ तेंदुए के नीचे उतरने का इंतजार करने लगे। आधी रात करीब 1.15 बजे तेंदुआ अपने आप नीचे उतरा और जंगल की तरफ दौड़ा। अधिकारियों ने बताया कि वह देखने में स्वस्थ लग रहा था और उसकी उम्र 3 साल से ज्यादा हो सकती है। इससे पहले भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक तेंदुआ नारियल के पेड़ पर चढ़ता दिखा था। कुछ देर बाद दूसरा तेंदुआ भी उसके पीछे चढ़ गया।