Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>
haryana abhilasha barak recieved wings becomes first women helicopter pilot in indian army, first time in history of indian army any women becomes helicopter pilot: आर्मी में पहली बार महिला अधिकारी बनी लड़ाकू पायलट, ट्रेनिंग पूरी कर कैप्टन अभिलाषा बरक को मिले विंग्स, अब तक आर्मी एविएशन में महिलाएं सिर्फ ग्राउंड ड्यूटी में होती थी, हरियाणा की रहने वाली हैं कैप्टन अभिलाषा बनीं हेलिकॉप्टर पायलट, पिता आर्मी से कर्नल रैंक से रिटायर्ड हैं।


नई दिल्ली : इंडियन आर्मी (Indian Army) में पहली बार महिला अधिकारी लड़ाकू पायलट बनी हैं। आर्मी एविएशन कोर (Army Aviation Core) में कॉम्बेट एविएटर (Combat Aviator) के तौर पर शामिल होने वाली पहली महिला ऑफिसर कैप्टन अभिलाषा बरक बनीं। कॉम्बेट आर्मी एविएशन कोर्स पूरा करने के बाद अभिलाषा को विंग्स (उड़ान भरने का सर्टिफिकेट) प्रदान किए गए। वह अब आर्मी की हेलिकॉप्टर पायलट बनेंगी। नासिक में कॉम्बेट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल में हुए कार्यक्रम में कैप्टन अभिलाषा को 36 आर्मी पायलट के साथ विंग्स मिले।

कैप्टन अभिलाषा हरियाणा की रहने वाली हैं। वह आर्मी एविएशन डिफेंस कोर में सितंबर 2018 में कमिशन हुईं। उनके पिता कर्नल एस ओम सिंह (रिटायर्ड) 8-जम्मू-कश्मीर लाइट इंफ्रेंट्री में थे। अब तक आर्मी एविएशन में महिलाएं सिर्फ एटीसी यानी ग्राउंड ड्यूटी में होती थी। पहली बार महिला अधिकारियों को आर्मी में हेलिकॉप्टर पायलट बनने का मौका मिला है। हेलिकॉप्टर पायलट ट्रेनिंग के लिए 15 महिला अधिकारियों ने अप्लाई किया था जिसमें दो का चयन हुआ। छह महीने की आर्मी एविएशन की ट्रेनिंग पूरी कर कैप्टन अभिलाषा अब पायलट बन गई हैं।

आर्मी एविएशन कोर 1986 में बना। इसमें आर्टिलरी के साथ ही आर्मी के सभी आर्म्स से ऑफिसर और जवान होते हैं। आर्मी एविएशन कोर ने 1987 में श्रीलंका में तमिल टाइगर्स के खिलाफ ऑपरेशन पवन में और 1999 में करगिल युद्ध में भी आर्मी एविएशन कोर ने अहम भूमिका निभाई थी।



Source link

By admin