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पणजी
गोवा के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के गोवा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद खुद बीजेपी को भी जवाब देते नहीं बन रहा है। इसी बीच, उप मुख्यमंत्री मनोहर अजगांवकर ने सत्यपाल मलिक को चुनौती दे डाली है। मनोहर अजगांवकर ने कहा कि यदि हिम्मत है, तो मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को संवैधानिक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और गोवा में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए।

क्या बोले थे राज्यपाल सत्यपाल मलिक
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा था कि जब वह गोवा के राज्यपाल थे उस दौरान सरकार में ‘हर चीज में’ भ्रष्टाचार था और यह मुद्दा उठाने को लेकर ही उन्हें मेघालय भेज दिया गया। आम आदमी पार्टी ने मेघालय के राज्यपाल मलिक की तरफ से गोवा की सावंत सरकार पर लगाए गए आरोपों की न्यायिक जांच कराने की भी मांग की।

करीब 9 महीने तक गोवा के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक
चैनल ‘इंडिया टुडे’ के साथ सोमवार को एक साक्षात्कार में मलिक ने कहा, ‘गोवा सरकार के हर काम में भ्रष्टाचार था। मैंने मुद्दा उठाया, इसलिए मुझे वहां से हटाया गया। मैं लोहियावादी हूं; मैंने (चौधरी) चरण सिंह के साथ वक्त गुजारा है। मैं भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ मलिक तीन नवंबर, 2019 से आठ अगस्त, 2020 तक गोवा के राज्यपाल रहे, इसके बाद केन्द्र ने उन्हें मेघालय का राज्यपाल नियुक्त कर दिया।

विपक्ष ने साधा प्रमोद सावंत पर निशाना
मलिक द्वारा एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार के बाद गोवा की भाजपा इकाई ने आरोपों को आधारहीन करार दिया जबकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने सावंत पर निशाना साधा। हालांकि, मुख्यमंत्री सावंत ने अभी तक आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है।



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By admin