Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>
First Gender-Neutral Institute: भारत में पहला जेंडर न्यू्ट्रल इंस्टीट्यूट जल्द, जानें दूसरे संस्‍थानों से क्‍या होगा अलग – first fully gender-neutral educational institution in india soon, know details


हैदराबाद: हैदराबाद के नेशनल एकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च (National Academy of Legal Studies and Research, Nalsar) देश का पहला जेंडर न्यू्ट्रल इंस्टीट्यूट संस्थान बनने के लिए तैयार है। इंस्टीट्यूट ने लैंगिक समानता (Gender Equality) की ओर बड़ा कदम उठाते हुए जेंडर न्यूट्रल पॉलिसी (Gender Neutral Policy) पेश की है। ऐसे में अब यूनिवर्सिटी में सिर्फ महिला और पुरुष ही नहीं लेस्बियन, गे और ट्रांसजेंडर छात्र भी मनमर्जी से अपनी पहचान के साथ रह सकेंगे।

नलसर के अधिकारियों ने कहा कि अधिकांश भारतीय विश्वविद्यालयों में हॉस्‍टल और वॉशरूम जैसे जेंडर न्यूट्रल स्‍पेस नहीं हैं। अपनी पॉल‍िसी के हिस्से के रूप में लॉ कॉलेज में जेंडर न्यूट्रल हॉस्‍टल होंगे। इससे एलजीबीटीक्यू (LGBTQ+) कम्‍युन‍िटी के लिए समावेशी परिसरों का रास्‍ता साफ होगा। इनमें से कुछ मुट्ठी भर परिसर हैं ज‍िसमें ‘नलसर क्वीर कलेक्टिव” भी हैं। Nalsar के वाइस चांसलर फैजान मुस्तफा ने कहा क‍ि हम सेल्‍फ आइडेंटिफिकेशन को प्रोत्साहित करते हैं। इसमें छात्र असाइन जेंडर के जर‍िए से पहचाने बिना अपनी पहचान कर सकते हैं। हम छात्रों की ओर से उनकी गोपनीयता का सम्मान करने की घोषणा को स्वीकार करेंगे और यदि जरूर हो तो इसे अपने माता-पिता और अभिभावकों से भी सुरक्षित रखेंगे।

संस्थान के पास पहले से ही एक अंतरिम पॉलि‍सी
उन्होंने कहा कि संस्थान के पास पहले से ही एक अंतरिम पॉलि‍सी है और कैंपस में समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक मसौदा नीति को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। संस्था के भीतर सभी शैक्षणिक निकायों की ओर से अप्रूवल होने के बाद पॉल‍िसी को लागू किया जाएगा। उन्‍होंने बताया क‍ि संस्था ने उनके डिग्री सर्टिफिकेट पर ‘मिस’ और ‘मिस्टर’ जैसे जेंडर शब्‍द संबोधन को भी हटा दिया है।

पुरुष और महिला हॉस्‍टल नहीं होंगे
मुस्तफा ने कहा क‍ि इसमें अब पुरुष और महिला हॉस्‍टल नहीं होंगे, बल्कि जेंडर न्यूट्रल होंगे। हमने पहले ही लड़कियों के हॉस्‍टल-6 के ग्राउंड फ्लोर को जेंडर न्यूट्रल स्‍पेस के रूप में निर्धारित किया है, जिसमें छात्रों को एलजीबीटीक्यू + समुदाय के सदस्यों के रूप में स्वयं की पहचान के लिए कमरे आवंटित किए गए हैं। अकादमिक ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर वॉशरूम को भी जेंडर न्‍यूट्रल वॉशरूम के रूप में किया गया है।

ड्रेसिंग, हेयर स्टाइल आदि के आधार पर भेदभाव नहीं

वाइस चांसलर ने कहा क‍ि संस्थान में ब‍िना भेदभाव वाली नीति होगी, जिसमें छात्रों के साथ उनकी ड्रेसिंग, हेयर स्टाइल आदि के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। छात्र छात्रवृत्ति उचित रूप से LGBTQ+ समुदाय के लोगों को समायोजित करेगी। इसके अलावा छात्रों में संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए जेंडर और सेक्‍सुअल माइनॉरिटी पर स्‍पेशल कोर्स शुरू किए जाएंगे। मुस्तफा ने कहा क‍ि हम इसे पूरी तरह से समावेशी परिसर बनाने के लिए अपने शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों, चौकीदारों और अन्य सेवा प्रदाताओं को भी संवेदनशील बनाएंगे।



Source link

By admin