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fire in maharashtra hospital: 11 patients killed, many injured in ICU fire in Maharashtra’s Ahmednagar Civil Hospital : वेंटिलेटर से हटा मरीजों को निकालना था, धुआं भर चुका था… महाराष्ट्र के अस्पताल में चीख-पुकार का वो मंजर


हाइलाइट्स

  • आग लगने की घटना में 11 लोगों की गई जान
  • अस्पताल के मेन गेट से एंट्री नहीं कर सके फायरकर्मी
  • ज्‍यादातर रोगी वरिष्ठ नागरिक थे, मुश्किल हुआ अभियान

पुणे
महाराष्ट्र में अहमदनगर सिविल अस्पताल के आईसीयू में शुक्रवार सुबह लगी आग को बुझाने में दमकल कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।वे धुएं की वजह से अस्पताल के मुख्य द्वार से प्रवेश नहीं कर सके। एक अधिकारी ने दावा किया कि अस्पताल में अग्निशमन संबंधी ऑडिट तो किया गया था, लेकिन धन की कमी की वजह से वहां सभी जरूरी उपकरण नहीं थे।

अस्पताल में आग लगने की घटना में 11 लोगों की जान चली गई। अधिकतर रोगी वरिष्ठ नागरिक थे और उनमें से अधिकतर वेंटिलेटर या ऑक्सि‍जन पर थे। इस वजह से बचाव अभियान और जटिल हो गया।

दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अफरा-तफरी, लोगों की चीख-पुकार और दहशत के माहौल में अग्निशमन विभाग के जवानों ने खिड़कियों के कांच तोड़कर आग बुझाने की कोशिश की। पूर्वाह्न करीब 11 बजे आग लगने के बाद मौके पर सबसे पहले पहुंचने वाले उक्त अधिकारी के अनुसार, आईसीयू में कोरोना वायरस के करीब 20 रोगियों का इलाज चल रहा था।

महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक अस्पताल में आग लगने से हुए लोगों की मृत्यु से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना। घायल लोग जल्द से जल्द स्वस्थ हों।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

उन्होंने बताया कि वेंटिलेटर या ऑक्सि‍जन पर 15 रोगी थे। अधिकारी ने कहा, ‘उन्हें बचाना प्राथमिकता थी, लेकिन उनकी जटिल हालत की वजह से ऑक्सि‍जन सपोर्ट हटाना और बाहर निकालना मुश्किल फैसला था।’

अधिकारी के अनुसार, ‘विचार-विमर्श के बाद हमने उन्हें किसी भी तरह बाहर लाने का फैसला किया और बाद में ऑक्सि‍जन या अन्य प्रणालियों पर वापस रखने का निर्णय लिया।’

एक वरिष्ठ दमकल अधिकारी ने कहा कि हर तरफ धुआं था और आग की लपटों के बजाय दमघोंटू धुआं अधिक घातक साबित हुआ। मृतकों में 65 से 83 साल उम्र के लोग अधिक थे।

नासिक के एक कोविड अस्पताल में इस साल की शुरुआत में भयावह आग लगने के बाद इस अस्पताल में फायर ऑडिट कराया गया था।

अहमदनगर के सरकारी अस्पताल के ICU यूनिट में आग लगने से 10 लोगों की मृत्यु हुई। एक गंभीर रूप से घायल है। हम जांच करेंगे कि अस्पताल का ‘फायर ऑडिट’ किया गया था कि नहीं। जो दोषी होंगे उनके खि‍लाफ कार्रवाई होगी। मृतक के पिरजनों को CM आर्थिक मदद देंगे।

नवाब मलिक, महाराष्ट्र के मंत्री

अहमदनगर नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी शंकर मीसल ने कहा कि आग की सूचना मिलने पर उन्होंने फौरन दो दमकल वाहनों को मौके पर भेजा।

उन्होंने कहा, ‘आग ज्यादा भयावह नहीं थी लेकिन हर तरफ धुआं था। घटना में जिन रोगियों की मृत्यु हुई, संभवत: आईसीयू के अंदर धुएं और गर्मी से उनका दम घुट गया।’

अधिकारी ने कहा कि हाल में फायर ऑडिट के बाद अस्पताल से पाइपलाइन और स्प्रिंकलर समेत प्रभावी अग्निशामक प्रणाली लगाने को कहा गया था।

उन्होंने कहा कि धन की कमी की वजह से काम अधूरा रह गया। हालांकि, अस्पताल में अग्निशामक यंत्र थे।

ICU



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