महारानी बनने के 7 साल बाद भारत दौरा
महारानी ने 1953 में अपने राज्याभिषेक के सात साल बाद जुलाई, 1961 में अपने पति प्रिंस फिलिप के साथ भारत की पहली शाही यात्रा की थी। शाही दंपती ने मुंबई, चेन्नई और कोलकाता का भी दौरा किया। उन्होंने आगरा में ताजमहल का दीदार किया था और नई दिल्ली में राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी थी।
दिल्ली में रामलीला मैदान में महारानी के स्वागत में भव्य समारोह आयोजित किया गया था जहां उन्होंने मंच पर नेहरू और फिलिप की उपस्थिति के बीच जनसमूह को संबोधित किया। दिल्ली के तत्कालीन महापौर शामनाथ ने शाही दंपति का सम्मान किया था। महारानी को कुतुब मीनार की एक कलात्मक प्रतिकृति भेंट की गई थी।
महारानी ने राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोहों में भी हिस्सा लिया था जिसका नाम अब कर्तव्य पथ कर दिया गया है। उन्होंने अपने पति के साथ 27 जनवरी को एम्स के संस्थागत भवनों का औपचारिक उद्घाटन किया था। समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद शामिल हुए। महारानी ने परिसर के भव्य उद्घाटन के समय पौधारोपण भी किया था, लेकिन बाद में वह पेड़ दीमकों की भेंट चढ़ गया। शाही दंपति 1983 और 1997 में भी भारत आए थे।