इन दिनों सबकी नजर गुजरात और हिमाचल प्रदेश पर लगी हुई है। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है तो गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना दिवाली के ठीक बाद जारी होने की उम्मीद है। बीजेपी दोनों राज्यों में अपनी सत्ता बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। लेकिन अंदर की खबर कुछ और ही है। पता चला है कि बीजेपी की नजर सिर्फ इन दोनों राज्यों पर ही नहीं, मुंबई और दिल्ली पर भी है। अगले कुछ महीनों में दोनों शहरों में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इन दोनों चुनावों को दो राज्यों के विधानसभा चुनाव की तरह ही पूरी ताकत से लड़ने का निर्देश दे चुका है।
दरअसल पार्टी नेतृत्व का मानना है कि मुंबई का चुनाव उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना की आगे की राह तय करेगा तो दिल्ली का चुनाव अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी का रास्ता बनाएगा। स्थानीय निकाय चुनाव में अगर बीजेपी इन दोनों को उन्हीं के गढ़ में हराने में कामयाब रही तो 2024 आम चुनाव से पहले उसे बड़ी राहत मिल सकती है। लेकिन इसका उलटा हुआ तो फिर पार्टी के लिए आगे की राह कठिन हो सकती है।
महाराष्ट्र में 3 नवंबर को अंधेरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से बीजेपी ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया था। ऐसे में पहली शक्ति परीक्षा इसी चुनाव में होगी। ऐसे ही दिल्ली में भले ही 2017 में बीजेपी ने नगर निगम में जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार का चुनाव ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर वह फिर जीतने में सफल रही तो आप के राष्ट्रीय मिशन को गहरा झटका लग सकता है।