निशाने पर ममता सरकार
बुधवार को, कलकत्ता हाई कोर्ट ने बीरभूम की घटना का संज्ञान लिया, जहां तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की हत्या के बाद आठ लोगों को जलाकर मार दिया गया था। बीरभूम नरसंहार मामले में पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। विपक्षी दल ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर हो गए हैं।
बीजेपी सासंद ने कहा 8 नहीं 20 से ज्यादा लोगों की मौत
भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगा है और केंद्रीय एजेंसियों से घटना की जांच की मांग की है। हुगली से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने भी दावा किया है कि आगजनी में लगभग 20 लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविक संख्या कोई नहीं जानता क्योंकि किसी को भी बीरभूम में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
गृह मंत्रालय ने मांगी है रिपोर्ट
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने आगजनी की घटना पर पश्चिम बंगाल सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और अपराध में शामिल अपराधियों के खिलाफ उनके हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग की।
राज्यपाल को ममता बनर्जी की सलाह
घटना को लेकर चल रहे विवाद के बीच ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से कहा कि वह अनुचित बयान देने से परहेज करें। धनखड़ ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा था कि रामपुरहाट में भयानक हिंसा और आगजनी का तांडव, बीरभूम इंगित करता है कि राज्य हिंसक संस्कृति और अराजकता की चपेट में है।
धनखड़ ने कहा, ‘रामपुरहाट में हिंसा पश्चिम बंगाल में खतरनाक स्थिति का संकेत देती है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। बंगाल मानवाधिकारों के उल्लंघन की प्रयोगशाला है। मैं सरकार के साथ सहयोग करना चाहता हूं, बशर्ते कानूनी प्रक्रिया हो।’
बीरभूम के रामपुरहाल में हुई क्या घटना
पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट इलाके में मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की हत्या के बाद भीड़ ने घरों में आग लगा दी थी। इस घटना में आठ लोगों की जलकर मौत हो गई। पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय ने बताया कि इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है।
बीरभूम का घटनास्थल