स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी ने एक और ट्वीट में लिखा कि उन्हें लता दीदी से हमेशा स्नेह मिला। प्रधानमंत्री ने लता मंगेशकर के परिजनों से फोन पर बात कर अपनी संवेदना जाहिर की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लता मंगेशकर के बीच भाई-बहन की तरह जबरदस्त बॉन्डिंग थी। एक बार रक्षा बंधन पर लता दीदी ने पीएम मोदी से ये वादा मांगा था कि वह हमेशा भारत को ऊंचा ले जाएंगे। सुर साम्राज्ञी का निधन मोदी के लिए एक बहु़त बड़ी निजी क्षति भी है।
2013 में नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब लता मंगेशकर ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहती हूं। उनके इस बयान से तब कांग्रेस भड़क गई थी। मुंबई कांग्रेस के तत्कालीन चीफ जनार्दन चंदुरकर ने तो लता दीदी को दिए गए भारत रत्न को भी वापस लेने की मांग कर दी। मोदी ने इसके लिए कांग्रेस की तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि लता मंगेशकर को अपनी बात कहने का पूरा हक है। उन्होंने तब छत्तीसगढ़ की एक चुनावी सभा में कहा था कि कांग्रेस घमंड में इतनी चूर है कि वह लता मंगेशकर जैसी महान गायिका का भी सम्मान नहीं कर रही।
नरेंद्र मोदी लता मंगेशकर को जन्मदिन पर शुभकामनाएं देना नहीं भूलते थे। सितंबर 2019 में अमेरिका यात्रा से पहले उन्होंने ‘बड़ी बहन’ लता मंगेशकर को फोन करके उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थी। पीएम मोदी ने रेडियो पर अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में लता मंगेशकर के साथ फोन पर अपनी दिलचस्प बातचीत का ऑडियो भी सुनाया था। जन्मदिन की शुभकामनाओं पर लता दीदी मोदी से यह कहते सुनाई दे रही थीं, ‘जबसे आप सीन में आए तब से भारत की तस्वीर बदलनी शुरू हो गई है। इससे मुझे बहुत खुशी मिलती है।’
लता मंगेशकर ने 2019 में प्रसून जोशी की लिखी कविता ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं झुकने दूंगा…’ को अपनी आवाज दी थी जो जबरदस्त वायरल हुआ था। गाने से पहले वीडियो में लता ये कहती हुई सुनाई दी थीं, ‘कुछ दिन पहले मैंने नरेंद्र मोदी जी का भाषण सुना। उस समय उन्होंने एक कविता कही थी जिसमे हर भारतीय के मन की बात थी। वे पंक्तियां मेरे दिल को छू गई। इसे मैं एक गीत के रूप में देश की जनता और देश के जवानो को समर्पित कर रही हूं।’