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नई दिल्ली
देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ( Mahatma Gandhi) पर गाहे-बगाहे कई नेता विवादित बयान देते रहे हैं। इसी कड़ी में अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut News) के बयान बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। दरअसल, कंगना ने गांधी के अहिंसा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से ‘भीख’ मिलती है न कि आजादी। ऐसा नहीं है कि केवल कंगना ने ही बापू पर ऐसा विवादित बयान दिया है बल्कि कई नेता अलग-अलग वक्त पर राष्ट्रपिता पर बयान देकर मुश्किल में फंस चुके हैं।

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादित बयान
भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Singh Thakur) ने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ करार दे दिया था। साध्वी के इस बयान पर काफी विवादित हुआ था। विवाद बढ़ने के बाद प्रज्ञा ने अपने बयान के लिए माफी मांगी थी। हालांकि, तब पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने कहा था कि भले ही प्रज्ञा ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली हो लेकिन वह उन्हें दिल से कभी माफ नहीं करेंगे.

अनंत हेगड़े के बयान पर मचा था बवाल
कर्नाटक की उत्तर कन्नड़ सीट से बीजेपी सांसद अनंत हेगड़े (Anant Hegde)2020 में महात्मा गांधी के स्वतंत्रता संग्राम को बनावटी बता दिया था। हेगड़े के बयान के बाद बड़ा बवाल मचा था। तब बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री हेगड़े को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हेगड़े के बयान के बाद सरकार ने लोकसभा में सफाई देते हुए कहा था कि हेगड़े को उनके बयान पर खेद जताने की बात कही थी।

साक्षी महाराज की भी हुई किरकिरी
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने सुभाष चंद्र बोस पर इस साल एक बयान देते हुए महात्मा गांधी पर भी टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने कहा था, ‘सुभाष चंद्र बोस को समय से पहले ही मौत के गाल में भेज दिया गया था. मेरा आरोप है कि कांग्रेस ने ही सुभाष चंद्र बोस की हत्या कराई। बोस की लोकप्रियता के आगे पंडित नेहरू तो कहीं ठहरते ही नहीं थे। महात्मा गांधी भी उनकी लोकप्रियता के आगे कहीं नहीं ठहरते थे।’ साक्षी महाराज के इस बयान के बाद उनपर विपक्ष ने जमकर हमला बोला था।

हरियाणा के मंत्री अनिल विज भी पीछे नहीं
हरियाणा सरकार में मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता अनिल विज (Anil Vij) ने 2017 में महात्मा गांधी पर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि गांधी का नाम जुड़ने से खादी की दुर्गति हुई थी और अब धीरे-धीरे नोटों से भी गांधी हटेंगे। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद विज ने अपने बयान को वापस ले लिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि गांधी पर दिया गया मेरा बयान निजी था और मैं इसे वापस लेता हूं।’ बीजेपी ने विज के बयान निंदा की थी।

कंगना का भी गांधी पर विवादित बोल
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने मंगलवार को एक नए विवाद को जन्म देते हुए दावा किया कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से कोई समर्थन नहीं मिला। उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से ‘भीख’ मिलती है न कि आजादी। रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि ‘भीख’ मिली थी, असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई।



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