बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माने जाने वाले त्योहार विजयादशमी की आज पूरे देश में धूम है। देश के कोने-कोने में लोग हर्षोल्लास के साथ यह त्योहार मना रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी लोगों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके सभी लोगों को दशहरे की बधाई दी है। सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म ट्विटर पर भी विजयदशमी ट्रेंड हो रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देशवासियों को बधाई तो दी, लेकिन साथ में मोदी सरकार पर इशारों में निशाना भी साध दिया। उन्होंने देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दी, साथ ही एक चौपाई लिखते हुए कहा- ‘जिस राज की प्रिय प्रजा दुखी हो, वह राजा नरक के योग्य है। जय सियाराम!’
‘जो चलता है सत्य की राह पर,
विजय प्रतीक बन जाता है’
लोग सोशल मीडिया पर चौपाई, कविता और मोटिवेशनल कोट्स के जरिए दशहरे पर अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं। रोहन पांडेय लिखते हैं, ‘दशहरा एक उम्मीद जगाता है, बुराई के अंत की याद दिलाता है, जो चलता है सत्य की राह पर वो विजय का प्रतीक बन जाता है, दशहरा के पावन पर्व की शुभकामनाएं।’ रामीला बेन लिखती हैं, ‘बुराई का अंत निश्चित है, सच्चाई की जीत सुनिश्चित है।’
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सलिए मनाया जाता है विजयादशमी
यह तो हम सभी जानते हैं कि शारदीय नवरात्र की शुरुआत भगवान राम ने की थी। भगवान राम ने समुद्र के किनारे अश्विन माह में मां दुर्गा के नवरूपों की पूजा शुरू की थी। इसमें चंडी पूजा सबसे खास थी। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने लंका पर विजय प्राप्त करने की आकांक्षा लेकर 9 दिनों तक लगातार शक्ति की पूजा की थी। उनकी पूजा से प्रसन्न होकर 9वें दिन जब मां भगवती ने उन्हें विजय का आशीर्वाद दिया तब वह दसवें दिन लंका पहुंचकर उन्होंने रावण का वध किया। मान्यता है कि तब से ही नवरात्रि पूजन के बाद दसवें दिन असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजय दशमी मनाया जाने लगा।