हाइलाइट्स
- पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- सशक्त भारत के लिए समर्पित किया जीवन
- रक्षा मंत्री राजनाथ बोले- मजबूत राष्ट्र का निर्माण का उनका सपना था
- कांग्रेस ने पूर्व राष्ट्रपति के कथन के जरिये उनकी जयंती पर किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, मिसाइल मैन के रूप में विख्यात देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर सादर नमन। उन्होंने अपना जीवन भारत को सशक्त, समृद्ध और सामर्थ्यवान बनाने में समर्पित कर दिया। देशवासियों के लिए वे हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।
कांग्रेस, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी किया याद
कांग्रेस पार्टी की तरफ से ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी गईं। कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल से पूर्व राष्ट्रपति की तस्वीर ट्वीट कर लिखा गया जब प्रत्येक नागरिक समृद्ध होता है, तो राष्ट्र प्रगति करता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति को उनकी जयंती पर याद किया। राजनाथ सिंह ने ट्वीट में लिखा भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन। आत्मनिर्भर और मजबूत राष्ट्र के निर्माण का उनका सपना था। उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
बीजेपी की बिहार इकाई ने भी पूर्व राष्ट्रपति की जन्मदिन पर ट्वीट कर उन्हें याद किया। पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि महान वैज्ञानिक, मिसाइल मैन के नाम से सुविख्यात, भारत के पूर्व राष्ट्रपति, “भारत रत्न” डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें कोटिश नमन!
चार दशक तक डीआरडीओ में किया काम
अवुल पकिर जैनुलबदीन (एपीजे) अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था। इन्होंने फिजिक्स और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई तमिलनाडु से की थी। इन्होंने अपनी जिंदगी के चार दशक डीआरडीओ और इसरो में वैज्ञानिक के रूप में बिताए थे। अब्दुल कलाम बेहद सादे व्यक्ति थे। 2002 में अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति चुने गए। उस समय इन्हे केन्द्र में सत्ता पर काबिज बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पार्टी दोनो का ही सपोर्ट मिला था। इन्हें भारत रत्न अवॉर्ड भी मिल चुका है। वह बच्चों को हमेशा बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करते थे।
1998 के परमाणु परीक्षण में अहम भूमिका
एपीजे अब्दुल कलाम मुख्य रूप से भारत के नागरिक कार्यों के लिए तैयार किए जाने वाले स्पेस प्रोग्राम और मिलिट्री मिसाइल डेवलपमेंट से जुड़े थे। इन्हें मिसाइल मैन भी कहा जाता है। 1998 में पोखरण में किए गए भारत के परमाणु परीक्षण में अब्दुल कलाम की मुख्य भूमिका रही थी। इस पर बॉलिवुड में परमाणु नाम से एक फिल्म भी बन चुकी है। भारत के राष्ट्रपति पद पर एक पारी पूरी करने के बाद कलाम वापस शिक्षा के क्षेत्र में लौट गए। 27 जुलाई 2015 को एक सेमिनार में बोलते समय समय उन्हे हार्ट अटैक आया और वहीं उनका निधन हो गया।