Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>
Punjab preparing for another change, Harish Rawat may step down from Punjab state in-charge, Harish Chaudhary may replace Harish Rawat: पंजाब में एक के बदले दूसरे हरीश को लाने का बन रहा प्‍लान, क्यों रावत से ली जाएगी जिम्मेदारी


हाइलाइट्स

  • हरीश रावत की प्रदेश प्रभारी पद से हो सकती है छुट्टी
  • हरीश रावत की जगह हरीश चौधरी को लाने की तैयारी
  • काम से खुश नहीं आलाकमान, संकट संभालने में नाकाम

नई दिल्‍ली
पंजाब में एक और बड़े बदलाव की तैयारी है। इस बार प्रदेश प्रभारी को बदलने का प्‍लान है। कांग्रेस आलाकमान इस पर कभी भी मुहर लगा सकता है। इसका मतलब है कि उत्‍तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत की पंजाब के प्रदेश प्रभारी पद से छुट्टी होने वाली है। उनकी जगह हरीश चौधरी को यह जिम्‍मेदारी सौंपने की तैयारी है।

यह खबर ऐसे समय आई है जब पंजाब में उठापटक थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल के कुछ समय से लगातार राज्‍य सुर्खियों में रहा है। पहले कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू का विवाद। फिर सिद्धू की पीसीसी चीफ के तौर पर ताजपोशी। इसके कुछ ही समय बाद अमरिंदर का इस्‍तीफा। फिर चरणजीत सिंह चन्‍नी को मुख्‍यमंत्री बनना। उसके थोड़ ही समय बाद सिद्धू का अपने पद से इस्‍तीफा दे देना। राज्‍य में हलचल खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही है। यह तब है जब अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं।

Punjab Crisis G23 news : पंजाब संकट के बीच G23 के नेता दिखा रहे तेवर, समझिए कांग्रेस के दो CM के लिए क्यों है राहत भरी खबर

अब खबरें आने लगी हैं कि हरीश को हटाया जा सकता है। माना जा रहा है कि पंजाब के मसलों को पार्टी के स्‍तर पर निपटा पाने के वह पूरी तरह नाकाम रहे हैं। अलबत्‍ता उन्‍होंने अपने कुछ बयानों से दिक्‍कतें बढ़ाई ही हैं।

धान खरीद में देरी के खिलाफ पंजाब और हरियाणा में किसानों का प्रदर्शन, सीएम खट्टर के घर का घेराव
कैप्‍टन के इस्‍तीफे के बाद हरीश रावत एक विवादित बयान दे दिया था। इस पर कांग्रेस को अलग से सफाई तक देनी पड़ी थी। रावत ने कहा था कि अगले साल पंजाब विधानसभा चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने रावत के इस बयान पर सवाल उठाए थे और कहा था कि इससे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी के अधिकारों के कमजोर होने की आशंका है।

कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता मनीष तिवारी ने भी रावत पर सवाल उठाए थे। मनीष तिवारी पंजाब से ही आते हैं। उन्‍होंने कहा था कि पंजाब में जिन लोगों को जिम्‍मेदारी सौंपी गई है, उन्‍हें राज्‍य की समझ नहीं है।

rawat



Source link

By admin