Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>


नई दिल्ली
काबुल में तालिबान के दाखिल होने के बाद अमेरिका ने वहां से अपने दूतावास के स्टाफ को एयरलिफ्ट किया है। भारत ने भी अपने सैकड़ों अधिकारियों और नागरिकों को निकालने के लिए आकस्मिक योजनाएं बनाई हैं। तालिबान के रविवार सुबह राजधानी काबुल में दाखिल होने की खबरों के बाद वहां लोगों में डर पैदा हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि सरकार काबुल में भारतीय दूतावास के अपने कर्मचारियों और भारतीय नागरिकों की जान जोखिम में नहीं डालेगी और जरूरत पड़ने पर आपात स्थिति में उन्हें बाहर निकालने के लिए योजनाएं बना ली गई हैं।

अधिकारियों ने बताया, ‘सरकार अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रही है। हम काबुल में भारतीय दूतावास में अपने कर्मचारियों की जान खतरे में नहीं डालेंगे।’ यह पूछने पर कि काबुल में भारतीय कर्मचारियों और नागरिकों को कब निकाला जाएगा, इस पर उन्होंने कहा कि जमीनी हालात को देखते हुए फैसले लिए जाएंगे।

Watch Video: अफगानिस्तान में जमीन से लेकर हवा में तालिबान का कब्जा, जब्त किए अमेरिकी हेलीकॉप्टर
समझा जाता है कि भारतीय वायु सेना के सैन्य परिवहन विमान सी-17 ग्लोबमास्टर के एक बेड़े को लोगों और कर्मचारियों को निकालने के लिए तैयार रखा गया है।

काबुल से मिल रहीं खबरों के अनुसार, तालिबान के लड़ाकों ने शहर के बाहरी इलाकों में प्रवेश कर लिया है जिससे निवासियों में डर और घबराहट पैदा हो गई है।

पिछले कुछ दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा जमा लिया है। उसने कंधार, हेरात, मजार-ए-शरीफ और जलालाबाद जैसे शहरों समेत 34 में से 25 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा जमा लिया है।

खतरे में काबुल का ‘किला’, तालिबान के लड़ाके चढ़ाई को तैयार, अमेरिका ने दूतावास पर भेजे हेलिकॉप्टर
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन ने ट्विटर पर कहा कि काबुल में हालात नियंत्रण में हैं और उस पर हमला नहीं किया गया है। हालांकि छिटपुट गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं। उसने बताया कि अफगान सुरक्षा बल अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ काम कर रहे हैं ताकि काबुल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकें।

पश्तो भाषा में एक बयान में कहा गया है, ‘काबुल पर हमला नहीं किया गया है। देश के सुरक्षा और रक्षा बल शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जहां हालात नियंत्रण में हैं।’

पूर्व कर्नल और एकेडमिशियन, जानें कौन हैं अली अहमद जलाली जो बनेंगे अफगानिस्तान के अंतरिम राष्ट्रपति
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने काबुल में नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में सुरक्षा अधिकारियों के साथ टेलिफोन पर बातचीत की। काबुल में बीबीसी ने कार्यवाहक गृह मंत्री के हवाले से बताया कि सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की योजना बनाई जा रही है।

वहीं, काबुल में हालात बिगड़ने पर अमेरिका और कई अन्य देशों के दूतावासों ने शहर से अपने कर्मचारियों को निकालना शुरू कर दिया है।

kabul

काबुल में तालिबान के दाखिल होने के बाद वहां के रह रहे लोगों में डर और बेचैनी है



Source link

By admin