‘सावधान रहें राज्यसभा सदस्य, अब कड़ी कार्रवाई होगी’
विशेषाधिकार समिति की यह रिपोर्ट पिछले हफ्ते सदन में रखी गई। इसमें कहा गया, ‘हालांकि, समिति का यह भी मानना है कि पीठासीन अधिकारियों पर आरोप लगाने और प्रक्रिया के नियमों और अध्यक्ष के निर्देशों की घोर अवहेलना करने की घटनाएं बढ़ रही हैं… समिति का मानना है कि सदस्यों को अपने आचरण में अधिक सावधान और सतर्क रहना चाहिए। विशेष रूप से कोई भी बयान देते समय, जो पीठासीन अधिकारियों के सम्मान और प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकता है। समिति का मानना है कि अब से पीठासीन अधिकारियों पर आरोप लगाने या ऐसी कार्रवाई में शामिल होने की कोई भी कार्रवाई जिसके परिणामस्वरूप अध्यक्ष के गए निर्देशों की अवहेलना होगी, विशेषाधिकार का उल्लंघन और सदन की अवमानना हो सकती है और इसके परिणाम दृष्टांत बन सकते हैं।’
पिछले साल, बीजेपी के तीन सदस्यों ने सेन के खिलाफ विशेषाधिकार का नोटिस दिया था। सेन ने शून्यकाल के दौरान किसी मुद्दे पर बोलने के लिए रूपा गांगुली को अनुमति देने पर सभापति को लेकर टिप्पणी की थी।