आईएमडी के अनुसार इस साल मॉनसून सामान्य समय से तीन दिन की देरी से 4 जून को केरल पहुंचेगा। इसमें चार दिन आगे पीछे होने की संभावना बनी हुई है। मॉनसून के केरल पहुंचने का सामान्य समय एक जून है। आईएमडी के अनुसार पिछले 18 सालों में 2015 को छोड़कर मॉनसून के केरल पहुंचने का आकलन सही साबित हुआ है।
7 जून को केरल पहुंच सकता-स्काईमेट
वहीं स्काईमेट के अनुसार मॉनसून 7 जून को केरल पहुंच सकता है। इसमें तीन दिन आगे-पीछे होने की संभावना है। जून में मध्य और उत्तरी भारत में मौसम गर्म ही बना रहेगा। स्काईमेट के अनुसार एक शक्तिशाली चक्रवात इस समय भूमध्यरेखीय अक्षांश और दक्षिणी प्रायद्वीप में दक्षिण हिंद महासागर के ऊपर बढ़ रहा है। इसे साफ होने में एक हफ्ते का समय लगेगा। इसकी वजह से मॉनसून का बहाव रुक रहा है। मौसमी मॉडल बता रहे हैं कि समुद्र की स्थितियां सात जून से पहले मॉनसून के अनुकूल नहीं हैं। पिछले दस सालों में मॉनसून 2018 और 2022 में अपने समय से पहले पहुंचा। वहीं 8 जून 2019 को मॉनसून सबसे देरी से पहुंचा है।
पांच सालों में कब केरल पहुंचा मॉनसून
- 2018 – 29 मई
- 2019 – 8 जून
- 2020 – 1 जून
- 2021 – 3 जून
- 2022 – 29 मई