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arif mohammad khan news, भारत के प्राचीन ज्ञान से प्रभावित थे पैगंबर और अरब के इतिहासकार, आक्रमणकारी तो हमारा मनोबल तोड़ रहे थे: आरिफ मो. खान – influenced by the ancient wisdom of india, the prophet and historian of arabia, kerala governor khan


नई दिल्ली:केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद और सभी प्रमुख अरब इतिहासकार भारत के प्राचीन ज्ञान से प्रभावित थे, जबकि यूरोप और मध्य एशिया के आक्रमणकारियों ने देश के लोगों का मनोबल गिराने की कोशिश की। खान ने कहा कि यह गर्व की बात है कि देश में मुसलमान इस्लाम का पालन कर रहे हैं। खान ने कहा, ‘जब भी कोई शासन करने के लिए बाहर से आक्रमण करता है तो वे उनके लोगों के आत्मविश्वास को तोड़कर देश का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं और दावा करते हैं कि वे उन्हें सभ्य बनाने आए हैं। मध्य एशिया के मुस्लिम आक्रमणकारियों ने (भारत के बारे में) जो कुछ भी कहा, लेकिन पैगंबर जो भारत कभी नहीं आए और मदीना में रहते थे, ने एक बार कहा था कि उन्हें भारत की भूमि से ज्ञान की ठंडी हवा आ रही है और यही इकबाल ने भी कहा है।’

इंग्लैंड हमें क्या सिखाएगा, वह तो…

यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में एक कार्यक्रम में खान ने कहा कि उन्होंने देवबंद में इसका उल्लेख किया था और रेखांकित किया कि यह मुसलमानों के लिए गर्व की बात है कि वे भारत में इस्लाम का पालन कर रहे हैं, जिसके ज्ञान से पैगंबर प्रभावित थे। इस्लामिक मदरसा दारुल उलूम देवबंद में है। उन्होंने आगे कहा, ‘जब भारत में लोग बड़ी-बड़ी किताबें लिख रहे थे… इंग्लैंड के लोग गुफाओं में रह रहे थे और उन्हें लगता है कि उन्होंने हमें सभ्य बनाया।’
खान ने कहा कि दुनिया में पांच पुरानी सभ्यताएं हैं, जहां ईरानी सभ्यता अपने वैभव के लिए जानी जाती थी, चीनी अपने कौशल के लिए, रोमन अपनी सुंदरता के लिए और तुर्क अपनी बहादुरी के लिए, भारत एकमात्र ऐसी सभ्यता थी जो अपने ज्ञान और बुद्धिमत्ता के लिए जानी जाती थी।

अल्पसंख्यक हैं तो धर्मनिरपेक्षता शरीयत, बहुसंख्यक होते ही कुफ्र? केरल के गवर्नर का कट्टरपंथियों से बड़ा सवाल
कट्टरपंथ के मुखर आलोचक हैं आरिफ मो. खान

ध्यान रहे कि आरिफ मोहम्मद खान इस्लाम में कट्टरपंथ के मुखर आलोचक हैं। वो कट्टरपंथ के लिए मुसलमानों के समृद्ध तबके और मौलवी-मौलानाओं की जमात को दोषी ठहराते हैं। उनका कहना है कि कोई भी धर्म या मजहब इंसान से दुश्मनी करना नहीं सिखाता है। आरिफ मोहम्मद खान वक्त-वक्त पर मुस्लिम कट्टरता को प्रदर्शित करने वाली घटनाओं की आलोचना भी करते रहते हैं। उन्होंने एक दिन पहले ही कहा था कि जब मुस्लिम अल्पसंख्यक हों तो धर्मनिरपेक्षता की मांग करें और जैसे ही आबादी बढ़ जाए और बहुसंख्यक हो जाएं तो शरीयत की मांग करने लगें, यह ठीक नहीं है।



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By admin