बात से इनकार नहीं
SCO की बैठक में पीएम मोदी और पीएम शरीफ के बीच हालांकि कोई प्रस्तावित बातचीत की रूपरेखा तय नहीं है। लेकिन समरकंद बैठक के इतर दोनों नेताओं के बीच बातचीत से इनकार भी नहीं किया जा रहा है। अगर दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत होती है तो पाकिस्तान के विनाशकारी बाढ़ पर चर्चा हो सकती है। 2015 में पीएम मोदी ने रूस के उफा में तत्कालीन पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात की थी।
पाक की चालबाजी जारी
तमाम मुसीबतें झेल रहा पाकिस्तान अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना और भारत के खिलाफ साजिश करने से वह बाज नहीं आ रहा है। भीषण बाढ़ झेल रहा पाकिस्तान की जमीं से आतंकी गतिविधियों को अभी भी लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि यही नहीं, पाकिस्तान अभी भी जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से आतंकवादी कारस्तानियों में कोई कमी नहीं आने दे रहा है।
अमेरिका के दांव से फिर बढ़ेगी दूरी?
गौरतलब है कि पाकिस्तान का इस्तेमाल ब्रिटेन यूक्रेन में हथियार भेजने के लिए एयर ब्रिज के तौर पर कर रहा है। उधर, अमेरिका ने भारत की पीठ में छुरा भोंकते हुए पाकिस्तान को F-16 विमान देने वाला है। पाकिस्तान इन विमानों का इस्तेमाल आंतकवाद विरोधी ऑपरेशन में करने के बजाए भारत को निशाना बनाने के लिए कर सकता है।
पाकिस्तान से भारत सतर्क
पाकिस्तान के इतिहास को देखते हुए भारत सीमा से लेकर कूटनीतिक मंचों तक अब सतर्क रहता है। दरअसल, पाकिस्तान की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। वहां सरकारें भले ही बदल जाएं लेकिन चलती सेना की ही है। पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के खिलाफ लगातार साजिश रचते रहते हैं। ऐसे में भारत वैश्विक मंच से अपने कुटिल पड़ोसी को करारा जवाब देता है।