दरअसल, सर्वे में पूछा गया था कि बीजेपी से अलग होने के बाद नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में कितना कामयाब होंगे? 44 फीसदी लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में कामयब हो जाएंगे जबकि 56 फीसदी लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट नहीं कर पाएंगे।

पीएम पद के उम्मीदवार बनने पर फायदा या नुकसान?
वहीं, जब पूछा गया कि अगर नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनते हैं कि बीजेपी को किताना फायदा या नुकसान होगा? 53 फीसदी लोगों का कहना है कि अगर नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी को फायदा होगा। वहीं, 47 फीसदी लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार अगर प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी को नुकसान होगा। सर्वे के अनुसार, नीतीश कुमार अगर पीएम उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

बीजेपी के खिलाफ खोल रखा है मोर्चा
गौरतलब है कि नीतीश कुमार एनडीएन से अलग होने के बाद बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पहले दिन से ही कर रहे हैं कि 2014 वाले 2024 में रहेंगे तब न। नीतीश कुमार का कहना है कि अगर सभी विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ जाएं, तो 2024 में मोदी को पीएम पद से हटाया जा सकता है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार दिल्ली गए थे। तीन दिन में 10 विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी।