सूत्रों के मुताबिक, सियान वैली (रेस्ट ऑफ अरुणाचल प्रदेश यानी RALP) से दूसरी तरफ एलएसी से करीब 8 किलोमीटर दूर सिराग विलेज से नॉर्थ की तरफ चीनी सेना की गतिविधि देखी गई। सूत्रों के मुताबिक, पिछले महीने वहां चीनी सेना के करीब 15 वीइकल की मूवमेंट दिखी। इसमें से करीब 12 वीइकल इन्फ्रेंट्री फाइटिंग वीइकल थीं। ये वीइकल पैदल सैनिकों को युद्ध मैदान में लाने और सीधे फायर सपोर्ट देने के लिए इस्तेमाल होती हैं।
सूत्रों के मुताबिक, उस इलाके में चीनी सेना की इन्फ्रेंट्री फाइटिंग वीइकल की मौजूदगी से यह लग रहा है कि यह चीनी सेना की कंबाइंड आर्म्स ब्रिगेड की कोई एक यूनिट है जो उस इलाके में तैनात हुई है। यह बटालियन साइज की नई तैनाती है जो पहले से वहां तैनात की गई दो बटालियन से अलग है। यह वहां पर तैनात की गई तीसरी बटालियन मानी जा रही है और इसकी पोजिशन पहले से तैनात दो बटालियन के मुकाबले एलएसी से ज्यादा नजदीक है।
सूत्रों के मुताबिक पिछले साल से RALP एरिया के पास चीनी सैनिकों की गश्ती भी बढ़ी है। वहां चीन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी फोकस कर रहा है। अरुणाचल प्रदेश में ईस्ट और वेस्ट कामेंग जिले को छोड़कर बाकी अरुणाचल प्रदेश को भारतीय सेना RALP कहती है। चीनी सेना जिस तरह से RALP एरिया के दूसरी तरफ अपने सैनिकों को एलएसी के पास ला रही है, उस पर भारतीय सेना की पूरी नजर है। वहां चीनी सैनिकों के लिए रहने के इंतजाम किए गए हैं और टनल बनाने का भी काम हो रहा है। हालांकि वक्त के साथ यहां भारतीय सैनिकों की संख्या भी बढ़ाई गई है।