‘गंदी राजनीति ने बर्बाद किया देश’
सिंगापुर हमसे 15 साल बाद आजाद हुआ फिर भी हमसे आगे निकल गया। जापान द्वितीय विश्व युद्ध में बर्बाद हो गया था, जर्मनी बर्बाद हो गया था लेकिन दोनों देश हमसे आगे निकल गए। दुनिया का बेस्ट टैलेंट देश में ही है लेकिन फिर भी हम नंबर वन नहीं हैं, क्योंकि हमारा सिस्टम खराब है। कारण है नेताओं ने गंदी राजनीति की है। जिन पार्टियों ने इतने साल तक राज किया, उनकी वजह से भारत पिछड़ा रह गया। अब भी अगर हमने देश को उनके भरोसे छोड़ दिया, तो हम कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
‘130 करोड़ लोग बनाएंगे देश को नंबर 1’
हम लोग देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को जोड़ेंगे। देश के 130 करोड़ लोग एकजुट हो जाएं तो देश को नंबर वन होने से कोई नहीं रोक सकता है। देश को आगे ले जाने के लिए अब 130 करोड़ लोगों को साथ आना पड़ेगा और एक टीम की तरह काम करना पड़ेगा। केजरीवाल ने कहा कि हर एक देशवासी को इस अभियान से जोड़ने के लिए लोग ‘मेक इंडिया नंबर 1’ कैंपेन से जुड़े और इसके लिए वे 9510001000 पर मिस कॉल देकर इससे जुड़ सकते हैं।
‘शिक्षा फ्री नहीं तो देश नहीं बढ़ेगा आगे’
केजरीवाल ने शिक्षा के मुद्दे पर अपनी बात केंद्रित करते हुए कहा कि भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाने के लिए वैसे तो बहुत सारे काम करने हैं, लेकिन इसके लिए एक अनिवार्य शर्त यह है कि हर बच्चे के लिए अच्छी से अच्छी और मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की जाए। अमीरों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में जैसी शिक्षा मिलती है, वैसी शिक्षा जब तक इस देश के हर बच्चे को फ्री में नहीं मिलेगी, तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता। आजादी के बाद हमने कई क्षेत्रों में तरक्की तो की, लेकिन एक गलती हमसे हो गई। हमें सबसे पहले गांव-गांव में शानदार सरकारी स्कूल बनाने चाहिए थे। अगर हमने वह काम किया होता, तो आज हमारा देश गरीब देश नहीं रहता।
‘आजादी के समय से हुई गलती’
1947 में जब देश आजाद हुआ तो सबसे ज्यादा मिशन और वार मोड में शिक्षा पर काम करना चाहिए था लेकिन दुख की बात है कि आजादी के समय भी इस पर काम नहीं हुआ और आजादी के 75 साल बाद भी इस पर काम नहीं हो रहा है।
‘…तो 100 साल में देश के स्कूलों को पीएम बना पाएंगे मॉर्डन’
केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने एक ऐलान किया कि देशभर के 14,500 सरकारी स्कूलों को मॉर्डन बनाया जाएगा। ये बहुत अच्छी बात है, लेकिन इससे क्या होगा। देश में तो साढ़े 10 लाख सरकारी स्कूल हैं। अगर एक साल में केवल 14,500 स्कूल ही ठीक करेंगे, तो सारे स्कूल ठीक करने में 100 साल लग जाएंगे। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि देश के सभी साढ़े 10 लाख सरकारी स्कूलों को एक साथ मॉडर्न और अच्छी क्वॉलिटी का बनाया जाए और यह काम 5 साल के अंदर पूरा किया जाए। केंद्र सरकार इसके लिए सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्लान बनाए।
‘स्कूलों को बंद करना हल नहीं’
हरियाणा में पिछले वर्षों में 700 से ज्यादा सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए। कहते हैं सरकारी स्कूलों में बच्चे कम आते हैं। सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्ग कर दिया है तो बच्चे कहां आएंगे? सरकारी स्कूलों को बंद करने की बजाए उन्हें शानदार बना दो। सरकारी स्कूलों में 18 करोड़ गरीब बच्चे पढ़ते हैं। अगर सरकारी स्कूल बंद कर दिए तो ये 18 करोड़ बच्चे अनपढ़ रह जाएंगे और देश कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा।