बड़ी ताकत को कमजोर करने की कोशिश
बीजेपी का पलटवार
गुजरात बीजेपी के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता अनुशासित और पार्टी के लिए समर्पित हैं और वे किसी की भी बातों में आने वाले नहीं हैं। व्यास ने कहा कि आम आदमी पार्टी का जमीन पर कोई आधार नहीं है। उन्हें पता है कि सोशल मीडिया के जरिए चुनाव नहीं जीते जाते और आप को यह सबक गोवा, उत्तराखंड, यूपी में भी मिल गया है। गुजरात में उनका कोई आधार नहीं हैं और यहां उनकी दाल नहीं गलने वाली। उनके लोग असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हैं और अब खबरों में बने रहने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं।
क्या होते हैं पन्ना प्रमुख
पन्ना मतलब पेज यानी वोटर लिस्ट का एक पेज। इसके लिए बीजेपी पन्ना प्रमुख बनाती है। हर राज्य में वोटर लिस्ट के हर पेज के लिए बीजेपी का एक कार्यकर्ता पन्ना प्रमुख होता है। एक पन्ने में करीब 30 वोटर्स के नाम होते हैं। पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी अपने पन्ने में दर्ज वोटर्स से संपर्क करने की होती है। वह यह सुनिश्चित करते हैं कि ये सभी वोटर्स पोलिंग के दिन वोट डालने पोलिंग बूथ जाएं। साथ ही इनसे संपर्क कर इन्हें बीजेपी का पक्ष बताने और बीजेपी के पक्ष में वोट डालने के लिए मनाने की जिम्मेदारी भी पन्ना प्रमुख की होती है। पोलिंग वाले दिन भी बीजेपी हर पन्ना प्रमुख से चेक करती रहती है कि उनकी जिम्मेदारी वाले पन्ने से कितने लोग वोट डालने गए। पोलिंग के दिन सुबह से ही पन्ना प्रमुखों का काम होता है कि वह फोन कर या किसी और माध्यम से अपने पन्ने के वोटर्स को याद दिलाएं कि उन्हें वोट करने जाना है। पन्ना प्रमुख इस लिस्ट को अपडेट करते हैं कि कितने लोग वोट डालने गए। बीजेपी इसके जरिए हर वोटर तक पहुंचने की कोशिश करती है। साथ ही सुनिश्चित करती है कि कम-से-कम उसके समर्थ वोटर्स तो जरूर वोट डालने जाएं।