जम्मू: जम्मू: जम्मू और कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (Jammu and Kashmir National Panthers Party) के संस्थापक और वरिष्ठ नेता भीम सिंह (Bhim Singh Passes Away in Jammu) का जम्मू में निधन हो गया। घरवालों ने बताया कि भीम सिंह ने मंगलवार की सुबह जम्मू के बख्शी नगर अस्पताल में आखिरी सांस ली। दरअसल 80 साल के प्रोफेसर भीम सिंह काफी समय से बीमार थे।
प्रोफेसर भीम सिंह ने जम्मू-कश्मीर पैंथर्स पार्टी की स्थापना 23 मार्च, 1982 को थी। कहा जाता है कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहीदी दिवस पर जनता को न्याय-अधिकार दिलाने के लिए पार्टी का गठन किया था। प्रोफेसर भीम सिंह काफी चर्चा में रहे थे। पैंथर्स पार्टी के प्रमुख के रूप में उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी का मामला पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में लड़ने के लिए फ्री में सहायता की पेशकश की थी।
उससे पहले प्रो. भीम सिंह ने पूर्व पाकिस्तानी पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो, इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन और युगोस्लाविया के राष्ट्रपति स्लोबोदान मिलोसेविच का भी केस लड़ने की पेशकश की थी। इस दौरान उनको राष्ट्र संघ आपराधिक न्यायालय ने राष्ट्रपति स्लोबोदान मिलोसेविच का केस लड़ने की इजाजत नहीं दी थी। इसके अलावा प्रोफेसर भीम सिंह ने सैकड़ों विदेशियों के मामले भारत में सुप्रीम कोर्ट में लड़े थे।
भीम सिंह ने लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के लिए लड़ी लड़ाई प्रोफेसर भीम सिंह का जन्म 17 अगस्त 1941 को रामनगर के पास भुगटेरियन गांव में हुआ था और वे वज़ीर और जनरल जोरावर सिंह के वंशज थे। अपने हिंदू शाही और धार्मिक इतिहास के बावजूद, प्रो. भीम सिंह ने राजनीतिक रूप से और न्यायपालिका के जरिए से मुस्लिम बहुल जम्मू और कश्मीर में 55 सालों से अधिक समय तक लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के लिए लड़ाई लड़ी।