इसमें कहा गया है कि कैलेंडर वर्ष 2020 में भारत में तेज रफ्तार से वाहन चलाने के कारण कुल 2,65,343 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 91,239 लोगों की मौत हो गई। 20,228 सड़क दुर्घटनाएं गलत दिशा में गाड़ी चलाने के कारण हुईं और इन हादसों में 7,332 लोगों की जान चली गई। इस रिपोर्ट के अनुसार शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से 8,355 सड़क दुर्घटनाएं हुईं और 3,322 लोगों की मौत हो गई। वहीं गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन के उपयोग के कारण 6,753 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 2,917 लोगों की मौत हो गई।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोटर वाहन संशोधन कानून (एमवीए) 2019 के कार्यान्वयन होने से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मदद मिली। यह कानून एक सितंबर, 2019 को लागू हुआ था। इस कानून में अन्य बातों के साथ ही यातायात नियमों के उल्लंघन के लिए दंड में भारी वृद्धि, इलेक्ट्रॉनिक निगरानी, नाबालिगों द्वारा गाड़ी चलाने पर दंड में वृद्धि जैसे प्रावधान शामिल किए गए हैं।