Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>


नई दिल्ली: समुंदर के रास्ते आने वाले किसी खतरे ने निपटने के लिए देश की सुरक्षा एजेंसियां कितनी तैयार हैं और युद्ध की स्थिति में किस तरह अलग अलग एजेंसियों के बीच कॉर्डिनेशन होगा, दो दिन की एक्सरसाइज कर इसे परखा गया। 15 और 16 नवंबर को सी-विजिल एक्सरसाइज की गई जिसमें देश की 7516 किलोमीटर लंबी समुद्री सीमा की सुरक्षा के स्तर को परखा गया। ये एक्सरसाइज बंगाल की खाड़ी, अरब सागर, हिंद महासागर और जितने भी एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन हैं, वहां एक साथ की गई।

इंडियन नेवी के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि कोस्टल सिक्योरिटी में कहीं से कोई सेंध लगती है तो उससे कैसा निपटा जाएगा इसे एक्सरसाइज के जरिए परखा गया। शांतिकाल में और युद्ध के हालात के सभी संभावित सिनेरियो को ध्यान में रखकर सी-विजिल एक्सरसाइज की गई। उन्होंने कहा कि एक्सरसाइज में इंडियन नेवी के साथ 17 से ज्यादा सरकारी एजेंसी शामिल रही जिसमें 9 कोस्टल राज्य और चार यूनियन टेरिटरी की सिक्योरिटी एजेंसी भी शामिल थी।

क्राइसिस की स्थिति में सभी पोर्ट उससे कैसे निपटने हैं और क्राइसिस मैनेजमेंट कैसे करते हैं यह भी देखा गया। स्टेट पुलिस टीम, नेवी के मरीन कमांडो और नैशनल सिक्योरिटी गार्ड के कमांडोज ने मेरीटाइम टेरिरिजम से निपटने की एक्सरसाइज भी की। टेक्निकल सर्विलांस इंफ्रास्ट्रक्चर किस तरह काम करता है और किस तरह से इनपुट मिलते हैं यह देखने के लिए नैशनल कमांड कंट्रोल, कम्युनिकेशन और इंटेलिजेंस नेटवर्क को भी परखा गया। गुड़गांव में बने इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट और एनालिस सेंटर (IMAC) और इसके सभी नोड किस तरह जानकारी साझा करते हैं और किसी भी गलत हरकत का कितनी जल्दी पता चल जाता है, यह सब एक्सरसाइज के दौरान देखा गया।



Source link

By admin