Sindhu Dhara

समाज की पहचान # सिंध की उत्पति एवं इतिहास<> सिंधी भाषा का ज्ञान <> प्रेणादायक,ज्ञानवर्धक,मनोरंजक कहानिया/ प्रसंग (on youtube channel)<>  सिंधी समाज के लिए,वैवाहिक सेवाएँ <> सिंधी समाज के समाचार और हलचल <>
विपक्षी गठबंधन के नेता चुने जाने को लेकर नीतीश कुमार ने दे दिया जवाब, जानें क्या बोले बिहार के सीएम – nitish kumar appealed to all the opposition parties to come together, saying this will be the ‘main front’


नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में भले ही अभी डेढ़ साल से अधिक का समय है लेकिन विपक्ष के साथ ही बीजेपी भी मिशन 2024 में जुट गई है। इस क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एक साझा मंच पर लाने के प्रयासों के तहत बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल है कि विपक्षी गठबंधन में किसके नाम पर सहमति बनेगी। इसको लेकर एनडीए और बीजेपी की तरफ से अभी से विपक्षी एकता की हवा निकाली जा रही है। इन सब सवालों के बीच नीतीश कुमार ने कहा कि 2024 के चुनावों के लिए उनके गठबंधन के नेता का फैसला बाद में किया जाएगा।

तीसरा मोर्चा नहीं मुख्य मोर्चा होगा
नीतीश कुमार ने कहा कि सभी गैर भाजपा दलों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि यह ‘मुख्य मोर्चा’ होगा न कि ‘तीसरा मोर्चा’। कुमार ने कई गैर-भाजपाई नेताओं से मुलाकात के बाद यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बातचीत विस्तृत और सकारात्मक रही। उन्होंने कहा,“यदि विभिन्न राज्यों में सभी गैर-भाजपाई दल एक साथ आते हैं, तो 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक ऐसा माहौल बनेगा जिसके बाद चीजें एकतरफा नहीं रहेंगी। मैंने जिस किसी से भी बात की, उसके साथ सकारात्मक चर्चा हुई।” तीसरे मोर्चे की बात पर उन्होंने कहा, “जब भी कोई कहता है कि तीसरा मोर्चा बनाने की जरूरत है, तो मैं हमेशा कहता हूं कि चलो ‘मुख्य मोर्चा’ बनाते हैं। जब भी ऐसा होगा, वह मुख्य मोर्चा होगा, तीसरा मोर्चा नहीं।”

मिशन 2024 : देश कभी भी ‘अवसरवादी’ गठबंधन पर भरोसा नहीं करेगा, बीजेपी के इस बयान के मायने समझ लीजिए
पहले दलों का साथ आना है जरूरी
इससे पहले दिन में कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एक साझा मंच पर लाने के प्रयासों के तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और कहा कि 2024 के चुनावों के लिए उनके गठबंधन के नेता का फैसला बाद में किया जाएगा। विपक्षी गठबंधन की व्यापक रूपरेखा के बारे में कुमार ने कहा कि पहले साथ आना जरूरी है। कुमार ने भाकपा (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य से भी मुलाकात की। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता कुमार ने कहा कि भाजपा के खिलाफ एक विकल्प पेश करने का उचित समय आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जनता के लिए कुछ नहीं कर रही है।

शरद पवार से मिलते इतना कॉन्फिडेंट क्यों दिख रहे नीतीश कुमार? ‘किंगमेकर’ के 6 साल पुराने जवाब में छिपा है राज!
भाजपा के खिलाफ विपक्षी ताकतों को एकजुट करना
कुमार ने पवार के साथ 30 मिनट चली बैठक के बाद कहा, “पवार और मैं दोनों उन विपक्षी ताकतों को एकजुट करना चाहते हैं, जो भाजपा के साथ नहीं हैं। गठबंधन के नेता का फैसला बाद में किया जा सकता है। पहले एक साथ आना जरूरी है।” बिहार में भाजपा से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और अन्य दलों के साथ सरकार बनाने के बाद कुमार राष्ट्रीय राजधानी के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं।

OPINION: बिहार CM की विपक्षी एकता का काट BJP ने कर लिया तैयार, ‘रण’नीति से कैसे निपटेंगे नीतीश कुमार?
नीतीश कर चुके हैं राहुल गांधी से मुलाकात
बिहार के मुख्यमंत्री कुमार ने सोमवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। उन्होंने मंगलवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रमुख ओ.पी. चौटाला, समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी।

लालू यादव के साथ दोबारा जाने पर नीतीश कुमार ने खोले पत्ते, केंद्र की मोदी सरकार का नाम लिए बगैर साधा निशाना
सोनिया गांधी से मिलने फिर आएंगे नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए एक बार फिर दिल्ली आएंगे, जो निजी कारणों से विदेश यात्रा पर हैं। कुमार ने अपने सबसे पुराने सहयोगियों में से भाकपा (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य से मुलाकात के बाद कहा, “मैं दिल्ली में सभी लोगों से मिला हूं और उनमें से कई लोगों ने मुझे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर आने के लिए धन्यवाद दिया है। हर कोई चाहता है कि हर राज्य में एकता हो और आने वाले दिनों में देश में ऐसा माहौल बनेगा।” कुमार ने कहा कि हर कोई विपक्षी एकता की बात कर रहा है और देश के लिए एक चेहरे से ज्यादा एक संयुक्त मोर्चे की जरूरत है।

दिल्ली पाने की ‘यात्रा’ पर नीतीश-राहुल, ऐसे में BJP ने भी बना लिया प्लान’144′, समझिए
नीतीश कुमार लगातार कर रहे इनकार
नीतीश कुमार भले ही प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के कयासों को लगातार खारिज कर रहे हों, लेकिन उनकी पार्टी के भीतर इस बात को लेकर आवाज उठ रही है कि कुमार अपने विशाल अनुभव और साफ-सुथरी छवि के कारण विपक्षी नेतृत्व की कमान संभालने के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। प्रधानमंत्री बनने की उनकी आकांक्षाओं के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने मंगलवार को कहा था, “यह ठीक नहीं है। मैं इस पद का दावेदार नहीं हूं और न ही मैं इसका इच्छुक हूं।”



Source link

By admin