पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘मनमोहन सिंह की सरकार सितंबर, 2013 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून लाई थी। ऐसी कोई उम्मीद नहीं की गई थी श्रेय लेने के लिए नेताओं की तस्वीरें इस्तेमाल की जाएंगी। प्रधानमंत्री की नजरों में अच्छी बनी रहने के लिए वित्त मंत्री द्वारा इस तरह का नाटक किया जाना बहुत अशोभनीय है।’
तेलंगाना के मंत्री भी जता चुके हैं एतराज
कांग्रेस से पहले तेलंगाना के मंत्री टी रामाराव ने भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणल के इस व्यवहार पर आपत्ति जता चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऊंचे पदों पर बैठे लोगों का ऐसा बर्ताव प्रशासनिक सेवा में काबिज अधिकारियों का मनोबल गिराएगा। डीएम जितेश वी पाटिल के गरिमापूर्ण व्यवहार पर मेरी तरफ से शुभकामनाएं।
क्या है मामला
शुक्रवार को, सीतारमण ने उचित मूल्य की दुकानों के जरिये चावल की आपूर्ति में केंद्र और राज्य का हिस्सा पूछे जाने पर जवाब नहीं दे पाने के कारण कामारेड्डी के जिलाधिकारी पाटिल को फटकार लगाई थी। बिरकूर में पीडीएस (जन वितरण प्रणाली) की एक दुकान के निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने जिलाधिकारी से यह भी पूछा था कि वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों नहीं है।