तिहाड़ में रिफॉर्म की तत्काल जरूरत, सुप्रीम कोर्ट की दो टूक
तिहाड़ किसके कंट्रोल में… जब सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था यह सवाल
इसी साल तिहाड़ जेल के मामले में सुनवाई के दौरान जस्टिस जस्टिस एमआर शाह ने पूछा कि तिहाड़ जेल किसके भीतर है। केंद्र की ओर से पेश अडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस के अंडर। इस रिप्लाई पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि दिल्ली पुलिस तो केंद्र का विषय है। क्या केंद्र सरकार के अंडर है। इस दौरान दिल्ली पुलिस के वकील ने बताया कि जेल का एडमिनिस्ट्रेटिव कंट्रोल दिल्ली गवर्नमेंट के पास है। सुनवाई के दौरान तमाम जवाब सुनते हुए जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा था कि आप लोग यह कह रहे हैं कि मेरा बेबी नहीं है। दिल्ली सरकार या केंद्र का कंट्रोल इस पर है या दिल्ली पुलिस का हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। सिर्फ हमें इस बात से मतलब है कि पुलिस कमिस्नर की सिफारिश को लागू करना होगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया कि हमें पेपर वर्क से मतलब नहीं। आपने हकीकत में क्या स्टेप उठाए उससे मतलब है और ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए जैसा यूनिटेक मामले में हुआ।
यूनिटेक मामले में तिहाड़ के 30 कर्मचारी हुए थे सस्पेंड
पिछले साल की बात तिहाड़ जेल के कई कर्मचारियों पर यूनिटेक के पूर्व प्रमोटर अजय चंद्रा और संजय चंद्रा के साथ मिलीभगत के आरोप लगे थे। दिल्ली पुलिस कमिश्नर की रिपोर्ट पर कोर्ट ने इस मामले में आगे जांच करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने FIR दर्ज करके जांच शुरू कर दी। यूनिटेक मामले में तिहाड़ जेल के 30 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया था साथ ही दो कर्मचारियों के टर्मिनेट कर दिया गया था।
जेल के अधिकारियों पर 12 करोड़ रुपये लेने का लगाया था आरोप
इसी साल जुलाई में तिहाड़ में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने जेल के अधिकारियों पर 12 करोड़ रुपये ऐंठे जाने का आरोप लगाया था। सुकेश और उसकी पत्नी ने SC में याचिका दायर कर अपनी जान का खतरा बताते हुए तिहाड़ से दूसरी जेल में ट्रांसफर करने का अनुरोध किया था। मामले की सुनवाई करते हुए उस वक्त सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया कि हम याचिकाकर्ता को उन व्यक्तियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश देते हैं, जिन्हें भुगतान किए जाने की बात कही है। सुनवाई के दौरान सुकेश चंद्रशेखर ने कहा कि तिहाड़ जेल में कुछ अधिकारियों ने उससे 12.5 करोड़ रुपये ऐंठे हैं। वहीं, ईडी की ओर से कहा गया कि सुकेश ने जेल के अंदर अधिकारियों को घूस दी ताकि वह अपना उगाही का धंधा अंदर से ही चला सके। सुकेश की याचिका का विरोध करते ED ने कहा कि चंद्रशेखर ने कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से तिहाड़ जेल के भीतर एक ऑफिस बना लिया था।