बेंगलुरु: बेंगलुरु में रात भर हुई मूसालाधार बारिश के कारण सोमवार को कई इलाकों में पानी भर गया। राहत कार्यों के लिए नौकाओं और ट्रैक्टरों को लगाना पड़ा। वहीं लोगों ने कथित कुप्रबंधन के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। शहर में अनेक झील, तालाब और नाले लबालब भरे हैं और निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है। इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। बाढ़ग्रस्त सड़कों पर गुजरने में और अपनेघरों तक पहुंचने में बेंगलुरु वासियों को बहुत मशक्कत करनी पड़ी। एयरपोर्ट भी जलभराव से अछूता नहीं रहा। अनेक लोगों ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की। इसी तरह के एक पोस्ट में एक वीडियो जारी किया गया। इसमें लोगों को शहर के एयरपोर्ट के इंट्री गेट पर पानी के बीच में से गुजरते देखा जा सकता है।
जानेमाने आईटी उद्यमी मोहन दास पई ने ट्विटर पर एक वीडियो डाला है और शीर्षक दिया है ‘कृपया बेंगलुरु को देखिए।’ इस वीडियो में भगवान गणेश की वेशभूषा में एक व्यक्ति घुटनों तक पानी में जा रहा है और पीछे सड़क पर रेंगते हुए वाहन देखे जा सकते हैं। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा कि वह आउटर रिंग रोड पर पांच घंटे तक फंसा रहा।
नौकाओं और ट्रैक्टरों से पहुंचे ऑफिस सरजापुर रोड पर रैंबो ड्राइव लेआउट और सनी ब्रूक्स लेआउट समेत कुछ इलाकों में जलभराव की ऐसी स्थिति है कि सुबह के समय छात्रों और दफ्तर जाने वालों को निकालने के लिए नौकाओं और ट्रैक्टरों का इस्तेमाल करना पड़ा। आउटर रिंग रोड पर अनेक इलाकों से खबरें हैं कि बारिश और बाढ़ की वजह से अनेक आईटी कंपनियों का कामकाज भी प्रभावित हुआ है।
बाढ़ से नाराज बेंगलुरु के लोग एक नाराज बेंगलुरु वासी ने ट्वीट किया कि सरकार तब तक कुछ नहीं करेगी जब तक कि आईटी कंपनियां शहर से बाहर नहीं चली जातीं। जब तक उनका राजस्व प्रभावित नहीं होता।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ पर क्या कहा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि बेंगलुरु में भारी बारिश हुई है। मैंने बेंगलुरु नगर निगम के कमिश्नर और अन्य अधिकारियों से बात की है। मैंने अधिकारियों से कहा है कि शहर में महादेवपुरा और बोम्मनहल्ली क्षेत्रों में राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) के दो दलों को तैनात करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने अधिकारियों को जलमग्न क्षेत्रों से जल्द से जल्द पानी निकालने को कहा है।