‘कंट्रोल में नहीं है हुकूमत-ए-पाकिस्तान’
सिंह ने कहा कि ‘पाकिस्तान की स्थिति बड़ी डांवाडोल है। इसमें दो राय नहीं कि इस वक्त इमरान खान पाकिस्तान में सबसे महत्वपूर्ण लीडर हैं। आप उनसे सहमत हो या ना हों, लेकिन कराची में, लाहौर में, इस्लामाबाद में… फ्रंटियर में उनकी बड़ी अपील है। उनको गिरफ्तार कर लिया, मगर उनको छोड़ना पड़ा। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान की हुकूमत कंट्रोल में नहीं है।’ सिंह ने कहा कि अगर इमरान खान के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत हैं तो कोर्ट में बताएं। कोई ठोस सबूत तो अभी तक आए नहीं हैं। नटवर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में फौज की चलती है। बगैर आर्मी के सपोर्ट के सरकार ज्यादा चल नहीं सकती।
सिंह ने पाकिस्तान में आगजनी और हिंसा की घटनाओं पर कहा कि वहां की फौज पावरफुल है मगर जो कुछ हुआ, ठीक नहीं हुआ। सारे शहरों में हंगामा हो रहा है, इमरान का नाम लगाया जा रहा है… यह पाकिस्तान के लिए अच्छा नहीं है। हम नहीं चाहते कि हमारे पड़ोस में ऐसे वाकये हों।
इमरान बोले, मेरी गिरफ्तारी के पीछे पाकिस्तान के सेना प्रमुख
इमरान खान ने 9 मई को अपनी गिरफ्तारी के लिए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया है। खान ने शुक्रवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के परिसर में मीडियाकर्मियों से अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने कहा, इसके पीछे सुरक्षा एजेंसियां नहीं हैं, बल्कि एक आदमी है, वह है सेना प्रमुख। सेना में लोकतंत्र नहीं है। जो कुछ हो रहा है, उससे सेना की छवि खराब हो रही है। खान ने कहा, सेना प्रमुख चिंतित हैं कि अगर मैं सत्ता में वापस आ जाता हूं, तो मैं उन्हें हटा दूंगा इसलिए यह सब सीधे उनके आदेश पर हो रहा है। खान ने कहा कि मैं अपनी गिरफ्तारी के बाद घटनाक्रम से पूरी तरह अंजान हूं। मुझे पता चला है कि दो दिन हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान 40 लोगों की जान चली गई। मेरी गिरफ्तारी के बाद जो हुआ, वह मेरे वश से बाहर था। मुझे उन घटनाओं के लिए कैसे दोषी ठहराया जा सकता है, जो मेरे हिरासत में रहने के दौरान हुईं?
उधर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल असीम मुनीर के खिलाफ इमरान खान के आरोपों की निंदा की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इमराम की टिप्पणी उनकी ओछी सोच का प्रमाण है।