दरअसल, माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक छोटा सा वीडियो क्लिप शेयर किया गया था। इसमें गुलाम नबी आजाद एक पत्रकार से मुखातिब हैं। वीडियो क्लिप में वह बोलते हैं कि भला वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से क्यों डरें। सात साल तक उनके सामने बैठकर उन्होंने तकरीरें की हैं। इसके बाद वह कहते हैं, ‘मैं राहुल गांधी की तरह किसी व्यक्ति को गाली नहीं देता हूं। मैं पॉलिसी पर बात करता हूं। हर एक व्यक्ति को अल्लाह ने बनाया है।’ इस वीडियो क्लिप पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश का बयान आया। उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज हो गया है। अब ये जनाब बीजेपी के वफादार सिपाही बन गए हैं।
बदले-बदले से हैं सुर
हाल में गुलाम नबी आजाद ने बारामूला में एक रैली को संबोधित किया था। इसमें आर्टिकल 370 पर उनके सुर बीजेपी से मिलते दिखे थे। आजाद ने कहा था कि वह किसी को भ्रमित नहीं करेंगे। न ही वोट के लिए और न ही राजनीति के लिए। लोगों को उन मुद्दों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए जिन्हें हासिल ही नहीं किया जा सकता है। अब आर्टिकल 370 वापस नहीं आ सकता है। इसके लिए संसद में बहुमत की जरूरत है। इसके पहले तक वह आर्टिकल 370 हटाए जाने पर इशारों में ही सही, लेकिन असहमति जताते दिखते थे। यही कारण है कि कांग्रेस उन्हें शक की नजर से देख रही है।