एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर जताया शोक
बहल ने कहा, ‘हम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, लेकिन साथ ही यह सोचकर हमारा दिल दुखता है कि अपने जीवनकाल में उन्होंने सैकड़ों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की नृशंस हत्या के लिए माफी नहीं मांगी।’
जेबीएसपीएस के अध्यक्ष ने कहा, ‘उनका (किंग चार्ल्स का) कृत्य कम से कम हमारे घावों पर मरहम का काम करेगा, जो उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन से ठीक नहीं हुआ है जब हमारे रिश्तेदारों को ब्रिटिश सेना ने मार डाला था।’
2019 में जस्टिन वेल्वी ने क्या कहा था?
कैंटरबरी के तत्कालीन आर्कबिशप, जस्टिन वेल्बी ने 2019 में जलियांवाला बाग की अपनी यात्रा के दौरान लिखा था, ‘100 साल पहले इस तरह के अत्याचार को देखने वाली इस जगह का दौरा करना बहुत ही गहरी शर्म की भावनाओं को भड़काता है। मेरी पहली प्रतिक्रिया रिश्तेदारों, वंशजों, भारत और उसके अद्भुत लोगों के साथ हमारे संबंधों के उपचार के लिए प्रार्थना करना है।’ लेकिन यह प्रार्थना मुझमें प्रार्थना करने और कार्य करने की इच्छा को नवीनीकृत करती है ताकि हम एक साथ इतिहास से सीख सकें, नफरत को जड़ से खत्म कर सकें, सुलह को बढ़ावा दे सकें और विश्व स्तर पर आम अच्छे रिश्ते की तलाश करें।’ हालांकि, साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया था कि वह ब्रिटिश सरकार की ओर से नहीं बोल सकते क्योंकि वह ब्रिटिश सरकार के अधिकारी नहीं थे, लेकिन उन्होंने कहा कि वह मसीह के नाम पर बोल सकते हैं।
जेबीएसपीएस ने 1997 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की भारत यात्रा से पहले दिल्ली के राजघाट पर भी विरोध प्रदर्शन किया था और जलियांवाला बाग हत्याकांड के लिए माफी की मांग की थी।