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कांग्रेस आलाकमान से मिलने के लिए अशोक गहलोत को अभी तक हरी झंडी नहीं मिल पाई है, पहले 3, फिर 5, फिर 6 और अब रात 8 बजे,कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात का समय बढ़ने से अब गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरे जाने पर सस्पेंस गहरा गया है


नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 30 सितंबर रखी गई है। इससे पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज दिल्ली में हैं। राजस्थान के ताजा सियासी संकट पर 10 जनपथ में सोनिया गांधी से मुलाकात कर सबकुछ ठीक करने आए हैं। हालांकि अभी तक उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है। कहा जा रहा है कि अब गहलोत की सोनिया से मुलाकात का कार्यक्रम 8 बजे रखा गया था। इससे पहले मुलाकात के कार्यक्रम को कई दफे बदला गया जिसके बाद इसे अब 8 बजे किया गया था। इससे एक चीज साफ है कि अशोक गहलोत आज नामांकन दाखिल नहीं कर पाएंगे। पहले बताया गया था कि सीएम गहलोत 28 सितंबर यानी आज पर्चा भर देंगे। गहलोत की कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात न हो पाना सबकुछ ठीक होने की ओर इशारे तो नहीं कर रही है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव और भी ज्यादा दिलचस्प होने वाला है।

सोनिया गांधी से रात 8 बजे मिलने वाले थे गहलोत
राजनीतिक हलके में सुबह से चर्चा थी कि राजस्थान में उठे सियासी तूफान को शांत करने अशोक गहलोत आज दिल्ली होंगे। यहां कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर सबकुछ ठीक करने की कोशिश करेंगे। लेकिन ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं दो रहा है। सीएम गहलोत से सोनिया की मुलाकात का समय तीन दफा बदला जा चुका है। पहले जहां दोनों की मुलाकात 3 बजे होनी थी उसे बढ़ाकर 5 बजे किया गया। इसके बाद 5 बजे वाले टाइम को भी बदल कर 6 बजे किया गया। अब जानकारी मिली है कि इसे 8 बजे कर दिया गया। अगर दोनों की मुलाकात आज होती है तो ऐसे में अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के लिए पर्चा नहीं भर पाएंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान संकट के बाद कांग्रेस आलाकमान ही अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने पर फैसला लेगा। उनकी मंजूरी के बिना गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर भी संशय है। कहा यह भी जा रहा है कि CWC के सदस्य राजस्थान में मचे सियासी उथल-पुथल को लेकर गहलोत से नाराज हैं।

गहलोत सरकार के 3 मंत्रियों पर आलाकमान का एक्शन
गहलोत का दिल्ली दौरा कांग्रेस द्वारा उनके तीन वफादार मंत्रियों शांति धारीवाल और महेश जोशी, और धर्मेंद्र राठौड को उनके गंभीर अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के एक दिन बाद हो रहा है। कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति ने मंगलवार रात को मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी तथा पार्टी के नेता धर्मेंद्र राठौड़ को उनकी घोर अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे 10 दिन के भीतर यह बताने के लिए कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक कराने यहां आए पार्टी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी माकन ने सोमवार को कहा था कि गहलोत के समर्थक विधायकों की ओर से विधायक दल की आधिकारिक बैठक में न आकर समानांतर बैठक करना अनुशासनहीनता है।

जानकार सूत्रों के अनुसार हालांकि, पार्टी के शीर्ष पद के लिए गहलोत का नाम अभी पूरी तरह से खारिज नहीं किया गया है। समझा जाता है कि गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ए के एंटनी और सुशील कुमार शिंदे को परामर्श के लिए दिल्ली बुलाया था। इस बात की भी संभावना है कि नए पर्यवेक्षक राजस्थान भेजे जा सकते हैं और शिंदे उनमें से एक हो सकते हैं। गांधी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद मामले को सुलझाने पर विचार कर रही है।

मंगलवार को गहलोत के घर मीटिंग, उधर आलाकमान को सौंपी रिपोर्ट
राजस्थान के पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी को सौंपी थी। वहीं सीएम अशोक गहलोत के घर 15 मंत्रियों ने बैठक की थी। समझा जाता है कि उन्होंने उन्हें ताजा घटनाक्रम से अवगत कराया है। आपको बता दें कि अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी के आवास पर सोमवार को मुलाकात की थी। लंबी चली इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी विधायकों से वन टू वन बात करने और इस पूरे सियासी घटनाक्रम पर रिपोर्ट सौंपने को कहा था।

अध्यक्ष पद के लिए सामने आए हैं ये नाम भी देख लीजिए
जहां पहले कहा जा रहा था कि गांधी परिवार के साफ इंकार करने के बाद मुकाबला गहलोत और थरूर के बीच होगा। वहीं राजस्थान में सीएम पद को लेकर आए राजनीतिक संकट के बाद गहलोत के चुनाव लड़ने पर संशय आ गया। दूसरी ओर इस पद के लिए और भी नाम चर्चा में आ रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भी इस पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए तैयार मालूम पड़ रहे हैं। खबर मिली है कि दिग्गी राजा भारत जोड़ो यात्रा से लौटकर आज रात दिल्ली आ रहे हैं। माना जा रहा है कि वह 30 सितंबर को पर्चा दाखिल कर देंगे। वहीं शशि थरूर ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह 30 को ही नॉमिनेशन फाइल करेंगे। दिग्विजय सिंह के अलावा मलिल्कार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, पवन बंसल, अंबिका सोनी, एके एंटनी के भी नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि इसपर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।



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By admin