बच्चू कडू के इस पोस्टर को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ लोगों का यह कहना है कि बच्चू कडू और रवि राणा के बीच में शुरू हुआ विवाद अब खत्म हो चुका है। बच्चू कडू भी आज शाम तक अपनी भूमिका स्पष्ट करते हुए यह विवाद खत्म कर देंगे। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि संभवत है बच्चू कडू आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं और वह इतनी जल्दी झुकने वाले नहीं हैं। बात सिर्फ इस विवाद की ही नहीं है। बच्चू कडू वह शख्स हैं जो एकनाथ शिंदे के समर्थन में आए थे और गुवाहाटी में भी उनकी मौजूदगी दर्ज की गई थी। बच्चू कडू पिछली सरकार में राज्य मंत्री की हैसियत से काम कर रहे थे। नई सरकार में उन्हें उम्मीद थी कि कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा लेकिन पहले मंत्रिमंडल विस्तार में उनका नंबर नहीं आया। बच्चू कडू के मन में इस बात का भी काफी गुस्सा है। ऐसे में बच्चू कडू अपने तमाम समर्थक विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला लेंगे। जिसमें उनके राजनीतिक नफा-नुकसान का पूरा आकलन होगा।
मेरे कहने पर गुवाहाटी गए थे बच्चू: फडणवीस
उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि शिंदे सरकार के समर्थन के लिए बच्चू पर लगाए जा रहे सौदेबाजी के आरोप गलत हैं, क्योंकि मेरे ही एक कॉल पर बच्चू गुवाहाटी में शिंदे गुट को समर्थन देने के लिए गए थे। मैंने उन्हें खुद फोन करके राज्य में नई सरकार बनाने के लिए उनका समर्थन मांगा था। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों विधायकों ने बताया कि उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ गुस्से में बयान दिया था, इसलिए हमारे लिए यह विवाद खत्म हो गया है।
सुबह साढ़े तीन बजे तक बैठक
दोनों के बीच समझौता कराने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को रात साढ़े तीन बजे तक राणा और बच्चू के साथ बैठक की। इसके बाद दोनों विधायक सोमवार सुबह उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिले, जिसके बाद दोनों के रुख नरम पड़े। राणा ने कहा कि मैंने अपने बयान पर खेद जता दिया है। मुझे अपेक्षा है कि बच्चू भी मेरे खिलाफ दिए गए विवादित बयान को वापस ले लेंगे। राणा से जब पूछा गया कि कडू ने क्या सचमुच 50 खोखा (रुपये) लेकर समर्थन दिया था, तो इस पर वे महाविकास अघाड़ी सरकार के भ्रष्टाचार गिनाने लगे। फडणवीस ने कहा कि दोनों ने एक-दूसरे से माफी मांग ली है और अब यह मामला खत्म हो गया है। दोनों मिलकर काम करेंगे।
क्या है बच्चू कडू का आरोप
महाराष्ट्र में 50 खोखे (50 करोड़ ) की लड़ाई को लेकर विधायक रवि राणा और पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक बच्चू कडू के बीच में ठनी हुई है। विधायक रवि राणा ने यह आरोप लगाया था कि बच्चू कडू और उनके समर्थक विधायकों ने 50 खोखे यानी 50 करोड़ लेकर शिंदे-बीजेपी सरकार को अपना समर्थन दिया है। रवि राणा की इसी बात पर बच्चू कडू भड़क उठे हैं। उनका कहना है कि या तो सबूत दो वरना माफी मांगो। देवेंद्र फडणवीस और सीएम के समझाने के बाद इस मामले में विधायक रवि राणा सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांग चुके हैं।