हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुरू से ही कर्नाटक चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी थी, लेकिन राहुल और प्रियंका की कर्नाटक चुनाव में एंट्री के बाद कर्नाटक कांग्रेस में एक उमंग और जोश की लहर दौड़ पड़ी। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद राहुल गांधी की लोकप्रियता दक्षिण भारतीय राज्यों में काफी बढ़ी है, वहीं प्रियंका गांधी के भाषणों को सुनने का क्रेज भी लोगों में बढ़ा है। यही कारण है कि इन दोनों ने जहां-जहां भी रैली की, वहां-वहां क्रांग्रेस ने प्रंचड जीत हासिल की।
अपनी बात समझाने में सफल हुए राहुल और प्रियंका
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 16 अप्रैल से 7 मई के बीच 11 दिन का प्रचार में भाग लिया। राहुल ने प्रदेश के 31 में से 20 जिलों में रैलियां और रोड शो किया। इस दौरान राहुल गांधी 23 रैली और 2 रोड शो करके जनता से वोट देने की अपील की। सभी रैलियों में राहुल गांधी बीजेपी पर हमलावर रहे और राज्य के मुद्दों के अलावा देश के अहम मुद्दों को भी जनता के सामने रखने में सफल साबित हुए। उधर कर्नाटक चुनाव में प्रियंका गांधी खासी सक्रिय रहीं और उन्होंने पार्टी के लिए ताबड़तोड़ प्रचार किया। कर्नाटक में प्रियंका ने बड़ी संख्या में रैलियां की। प्रियंका गांधी ने तेलंगाना में जाकर इंदिरा अम्मा की चर्चा की। उन्होंने 25 अप्रैल से 8 मई के बीच प्रदेश में 9 दिन का प्रचार किया। उन्होंने 31 जिलों में से 18 जिलों में रैलियां और रोड शो किया। वह 15 रैली और 11 रोड शो में शामिल हुई थी।
बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी रहे अहम चेहरा
बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक चुनाव में सबसे ज्यादा ऐक्टिव नजर आए। पीएम मोदी ने बीजेपी के लिए 29 अप्रैल से 7 मई के बीच 7 दिन प्रचार किया। पीएम ने राज्य के 31 जिलों में से 19 जिलों में रैलियां और रोड शो में हिस्सा लिया था। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं ने जमकर प्रचार किया था।
वायरल हुआ था प्रियंका का ये भाषण
कर्नाटक में 25 अप्रैल से प्रियंका गांधी ने प्रचार अभियान की शुरुआत की। प्रियंका गांधी ने अपनी पहली ही सभा में भाजपा पर जोरदार हमला बोला था। 40% कमीशन से लेकर नंदिनी पर हमले जैसे मुद्दे उठाकर प्रियंका गांधी ने जनता का दिल जीत लिया। अपनी रैलियों में प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री जी कर्नाटक आकर आपका दुख सुनने की बजाय अपना दुखड़ा आपको सुनाते हैं। उनके पास कर्नाटका के किसानों की, महिलाओं की, युवाओं की समस्या की लिस्ट नहीं है, मगर इस बात की लिस्ट है कि किसने उनको गाली दी।’ प्रियंका गांधी का ये भाषण इंटरनेट पर वायरल है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के कर्नाटक चुनाव अभियान को प्रियंका गांधी के भाषणों से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कर्नाटक चुनाव अभियान के दौरान प्रियंका जनता से रिश्ता बनाने में कामयाब रहीं। प्रियंका ने मैसूर से लेकर बेलगावी, कलबुर्गी से लेकर चिंतामणि, बंगलुरु, मंगलुरु और चिकमंगलूर हर जगह रैलियां और रोड शो किए और उनकी रैलियों और रोड शो में भारी जनसैलाब देखने को मिला।
कांग्रेस ने जीती 135 सीटें
कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को चुनाव हुए थे। 13 मई को नतीजे सामने आए। कांग्रेस 135 सीटों के साथ पहले नंबर पर रही। कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। उधर बीजेपी को भारी नुकसान हुआ और वह सिर्फ 66 सीटें ही जीत पाई। 19 सीटों के साथ जेडीएस तीसरे स्थान पर रही और अन्य के खाते में 4 सीटें आईं।