जब अंग्रेज भारत आए तो वो भारतीय जहाजों और उनके जरिए होने वाले व्यापार की ताकत से घबराए रहते थे। इसलिए भारत की समुद्री सामर्थ्य की कमर तोड़ने का उन्होंने फैसला लिया। इतिहास गवाह है कि कैसे ब्रिटिश संसद में कानून बनाकर भारतीय जहाजों और व्यापारियों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए। भारत के पास प्रतिभा थी अनुभव था लेकिन हमारे लोग इस कुटिलता के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं थे। हम कमजोर पड़े और गुलामी के कालखंड में अपनी ताकत को धीरे-धीरे भुला बैठे।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में भारत अपनी खोई हुई शक्ति को वापस ला रहा है। आज 2 सितंबर 2022 को इतिहास बदलने वाला काम हुआ है। गुलामी का एक निशान और बोझ को हमने अपने सीने से उतार दिया है। भारतीय नौसेना को नया ध्वज मिला है। आज से छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित नौसेना का नया ध्वज समंदर और आसमान में लहराएगा। पीएम मोदी ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता नवीन सूर्य की नवीन प्रभा नमो नमो नमो स्वतंत्र भारत की ध्वजा के जरिए नौसेना के नए ध्वज को देश को समर्पित किया।