विस्फोटक है यह खुलासा
चर्चित मुद्दों पर मुखर रहने वाली सोनम महाजन ने पाकिस्तानी पत्रकार के खुलासे को विस्फोटक बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तानी स्तंभकार नुसरत मिर्जा कांग्रेस के शासनकाल में कई बार भारत आए और अब कैमरे पर खुलेआम दावा कर रहे हैं कि वो भारत में मिली जानकारियों को आईएसआई को पास किया करते थे। उनका दावा है कि हामिद अंसारी और मिल्ली गजट के जफरूल इस्लाम खान ने उन्हें न्योता दिया था।’
हामिद पर एनके सूद ने लगाया था गंभीर आरोप
इस मौके पर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व अधिकारी एनके सूद के हामिद अंसारी के खिलाफ लगाए आरोपों को याद किया जा रहा है। सूद के तीन साल पुराने उस ट्वीट को अंसारी की संदेहास्पद शख्सियत के सबूत के तौर पर पेश किया जा रहा है। गरुड़ प्रकाशन के संस्थापक संक्रान्त सानु ने सूद के ट्वीट को रीट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, ‘कांग्रेस ने हामिद अंसारी को उप-राष्ट्रपति बनाया, कोई हैरत की बात नहीं। लेकिन बीजेपी ने यह सब नजरअंदाज कर दिया, यह बहुत दुखद है।’
हामिद ने तेहरान में राजदूत होते हुए रॉ को किया था एक्सपोज: सूद
दरअसल, पूर्व रॉ ऑफिसर ने ट्वीट में कहा है कि हामिद ईरान की राजधानी तेहरान में राजदूत रहते हुए भारतीय हितों के खिलाफ काम कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘मैं ईरान के तेहरान में था और हामिद अंसारी वहां राजदूत थे। अंसारी ने तेहरान में रॉ के सेट-अप को एक्सपोज करके इसके अफसरों की जान खतरे में डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसी व्यक्ति को लगातार दो बार देश का उप-राष्ट्रपति बना दिया गया।’ संक्रान्त ने सूद के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया है।
‘ऊंचे पद पाकर भारत को नुकसान पहुंचाते हैं ऐसे लोग’
विक्रांत कुमार ने लिखा है, ‘(आप सरकार द्वारा नियुक्त) दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष और मिली गजट के संपादक जफरूल इस्लाम खान पर 2021 में राजद्रोह का मुकदमा हुआ है। हामिद अंसारी भारत के पूर्व राजदूत और पूर्व उप-राष्ट्रपति। दोनों आईएसआई को सूचनाएं पास करने के आरोपी हैं। (पाकिस्तानी पत्रकार का) का दौरा अमन की आशा के तहत हुआ होगा।’ वहीं, सुभाष कुमार शर्मा लिखते हैं, ‘कई लोगों के लिए यह आंखें खोलने वाली हैं। हालांकि कई लोगों को पहले से पता होगा। कांग्रेस, हामिद अंसारी और उनके जैसे लोगों ने ऊंचे पद पाकर भारत का बहुत नुकसान किया है। अब वक्त आ गया है कि उन सबसे हिसाब लिया जाए।’
खुलासे के बाद भी कुछ नहीं होगा!
ट्विटर यूजर शिवांगिनी का कहना है कि अब हो-हल्ला करने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। उन्होंने भारत के सरकारी तंत्र और समाजिक परिस्थितियों पर मायूसी जाहिर की और लिखा, ‘चीखने-चिल्लाने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि हामिद अंसारी पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। अदालतें तो उनका सम्मान करेंगी। मोदी और शाह को भी किसी चीज में टैग करना बेकार ही है। अपना काम कीजिए, पैसे कमाइए और जितना संभव है टैक्स चुराइए। जिंदगी को खतरे में डालने से बचिए और अपनी प्रगति पर ध्यान दीजिए।’