नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपना नामांकन दाखिल किया। खड़गे का पार्टी का अध्यक्ष बनना तय है। नए अध्यक्ष के चुनाव के बीच यह भी चर्चा शुरू है कि खड़गे की जगह पार्टी किसे राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाएगी। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह दोनों राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में उनकी जगह लेने की दौड़ में हैं। फिलहाल इस रेस में दिग्विजय सिंह आगे दिख रहे हैं।
खड़गे पार्टी पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद यह पद छोड़ देंगे। खड़गे को पिछले साल ही राज्यसभा में नेता विपक्ष बनाया गया था जब गुलाम नबी आजाद रिटायर हुए थे। चिदंबरम और दिग्विजय सिंह दोनों उच्च सदन में कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ सांसद हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए दिग्विजय सिंह को मौका मिल सकता है।
पार्टी प्रमुख और राज्यसभा में विपक्ष के नेता दोनों के लिए साउथ से होना मुश्किल होगा, खासकर जब लोकसभा में नेता भी पूर्व से हैं। हिंदी बेल्ट से एक नेता को आगे कर पार्टी इसे संतुलित करना चाहेगी। यह देखते हुए दिग्विजय सिंह को मौका मिल सकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पहले दिग्विजय सिंह का नाम आगे था लेकिन नॉमिनेशन के आखिरी दिन उन्होंने दावेदारी वापस कर ली। दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह खड़गे के खिलाफ नहीं लड़ सकते वह मेरे सीनियर हैं। उन्होंने कहा मैं खड़गे से मिला था और उनसे कहा था कि यदि वह चुनाव लड़ेंगे तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।