दिग्विजय सिंह के अध्यक्ष पद के लिए खड़े होने से मुकाबला कड़ा हो जाएगा। अशोक गहलोत पहले से राजस्थान में सियासी तूफान में फंसे हैं। आज उनकी इसी सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात होनी है। दिग्विजय सिंह की बात करें तो वह दो बार मध्य प्रदेश के सीएम रह चुके हैं। गांधी परिवार के सबसे वफादार नेताओं में उनकी गिनती होती है। वह हर मंच से RSS, बीजेपी और हिंदुत्व के खिलाफ मुखर रहे हैं। दिग्विजय सिंह के पास इसके अलावा लंबा संगठनात्मक और प्रशासनिक अनुभव है। हालांकि ऐसे मौके भी अतीत में आए हैं जब दिग्गी राजा के कुछ बयान उनकी ही पार्टी के लिए मुसीबत बन चुके हैं। मौजूदा स्थिति में उनके पास जनसमर्थन भी कम है। अब उनका वो जादू नहीं है जो कभी था। ऐसे में वह शशि थरूर पर कितना भारी पड़ेंगे देखने वाली बात होगी।
अध्यक्ष पद के लिए ये नाम भी चर्चा में
कांग्रेस अध्यक्ष पद का शेड्यूल जबसे जारी हुआ है तबसे इस पद के लिए कई नाम आए जो चर्चा में हैं। शशि थरूर ने अपने नाम का ऐलान कर दिया है। वह 30 सितंबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। वहीं इसके अलावा मुकुल वार्सनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल का नाम भी चर्चा में था। अब इसमें दिग्विजय सिंह का नाम भी जुड़ गया है जिसे पक्का माना जा रहा है।